Published 07:38 IST, November 7th 2024
संध्याकाल में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए क्या-क्या चीजें हैं जरूरी? जानिए सूर्यदेव की पूजा का महत्व
Chhath Puja 2024 Day 3 Sandhya Arghya Samagri: आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। जानिए सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए किन चीजों का होना जरूरी है।
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Chhath Puja 2024 Day 3: देशभर में छठ पूजा की धूम है। 5 नवंबर से शुरू हुए छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। छठ पूजा में तीसरे दिन का बेहद खास महत्व है। इस दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। आज के दिन व्रती सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अर्घ्य देने के साथ-साथ कई तरह का प्रसाद भी चढ़ाते हैं।
कहते हैं कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से भाग्य चमक उठता है और घर परिवार में खुशहाली बनी रहती है। आइए जानते हैं इस दिन संध्याकाल में डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए क्या-क्या चीजें जरूरी होती हैं। साथ ही जानते हैं तीसरे दिन की पूजा का महत्व क्या है।
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सूर्य देव को संध्या अर्घ्य देने के लिए जरूरी सामग्री (Puja Samagri List)
- तांबे का लोटा
- गंगाजल
- दूध
- दही
- शहद
- गन्ना
- फल
- फूल
- ठेकुआ
- नारियल
- दीपक
- घी
- अगरबत्ती
- रोली
- चंदन
- कनेर के फूल
- सूप (बांस की बनी टोकरी), जिसमें फल और पकवान रखे जाएंगे।
छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा का महत्व (Chhath Puja mein Surya Dev ki puja ka mahatv)
छठ महापर्व में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस पर्व के जरिए व्रती अपने परिवार की खुशहाली और संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। छठ पूजा का मुख्य उद्देश्य सूर्य देव और छठी मैया की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करना है। सूर्य को जीवन का आधार माना गया है क्योंकि सूर्य के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है. सूर्य को जीवन, ऊर्जा, शक्ति, और संजीवनी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए छठ पूजा के तीसरे दिन सूर्य देव को संध्याकाल के समय अर्घ्य अर्पित किया जाता है और उवकी पूजा की जाती है। इससे व्यक्ति को सूर्य देवता का आशीर्वाद मिता है और उसके घर में सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
07:38 IST, November 7th 2024