Search icon
Download the all-new Republic app:

पब्लिश्ड 18:27 IST, December 14th 2024

हर योजना के केंद्र में महिलाएं, संविधान के 75 साल पर बढ़िया संयोग; राष्ट्रपति महिला हैं- PM मोदी

लोकसभा में भारत के प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन जारी है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत के साथ लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर प्रकाश डाला।

लोकसभा में पीएम मोदी का संबोधन। | Image: Screen Grab

PM Modi: लोकसभा में भारत के प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन जारी है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत के साथ लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर प्रकाश डाला। भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर लोकसभा में चर्चा हुई। इस दौरान विपक्ष ने जमकर सत्ता पक्ष पर हमला बोला। वहीं विपक्ष के सभी आरोपों और प्रहारों का जवाब देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे हैं। पीएम मोदी लोकसभा में अपना संबोधन दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत के नागरिकों को धन्यवाद देकर किया। इसके बाद उन्होंने लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर चर्चा की और बताया कि आज की दौर में नारी शक्ति हर क्षेत्र में अपना बर्चस्व स्थापित कर रही हैं।

देश के नागरिकों को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हम सभी के लिए, सभी देशवासियों के लिए, दुनिया के लोकतंत्र पसंद नागरिकों के लिए ये बहुत गर्व का पल है। लोकतंत्र के पर्व को बड़े गौरव के साथ मनाने का अवसर है। संविधान के 75 वर्ष की यात्रा एक अविस्मरणीय यात्रा है और दुनिया के सबसे महान और विशाल लोकतंत्र की इस यात्रा के मूल में हमारे संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता का योगदान है, जिसे लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। 75 वर्ष पूरे होने पर ये उत्सव का क्षण है।"

उन्होंने आगे कहा, “मेरे लिए खुशी की बात है कि संसद भी इस उत्सव में शामिल होकर अपनी भावनाओं को प्रकट कर रहा है। उन सभी संभावनाओं को निरस्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है। इसलिए इस महान उपलब्धि के लिए संविधान निर्माताओं के साथ देश के नागरिकों का नमन करता हूं, जिन्होंने इस भावना को, नई व्यवस्था को जीकर दिखाया है। संविधान निर्माण की भावनाएं देश में 75 साल भारत का नागरिक हर कसौटी पर खड़ा उतरा। इसलिए हरेक भारतीय सर्वाधिक अभिनंदन का अधिकारी है। संविधान निर्माता इस बात पर बहुत सजग थे। वो ये नहीं मानते थे कि भारत का जन्म 1947 में हुआ, वो ये नहीं मानते थे कि भारत का लोकतंत्र 1950 से आ रहा। वो भारत की संस्कृति और विरासत को मानते थे।”

इसे भी पढ़ें: 'राहुल गांधी को अंडमान निकोबार सेल्युलर जेल भेजिए...', लोकसभा में रविशंकर प्रसाद ने ऐसा क्यों कहा?

अपडेटेड 18:38 IST, December 14th 2024

Recommended

Search icon
Home
Live TV
चुनाव
Quick
भारत
दुनिया
मनोरंजन
कारोबार
खेल
लाइफस्टाइल
वीडियो
वेब स्टोरीज
शोज
फोटो गैलरीज
शॉर्ट्स
टेक्नोलॉजी
धर्म और आध्यात्मिकता
वायरल
रक्षा
लेटेस्ट न्यूज़
प्रधान सेवक
Download the all-new Republic app: