Published 18:24 IST, July 25th 2024
Opinion/ एक युग के अंत जैसी महसूस हुई बाइडेन की स्पीच, भर आईं आंखें
ओवल हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की स्पीच ने दुनियाभर को इमोशनल कर दिया।
- विचार
- 3 min read
ओवल हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की स्पीच ने दुनियाभर को इमोशनल कर दिया। इस स्पीच की छुअन पसंद-नापसंद से काफी ऊपर महसूस हुई। जैसे किसी युग का अंत आ गया हो, जैसे किसी अंत की शुरुआत हो गई हो। बाइडेन की स्पीच खत्म तो हो गई, लेकिन उनके कुछ शब्द दिल की गहराइयों में उतर आए। बाइडेन ने अपने स्पीच में एक बात कही, जो हमें सोचने को मजबूर करती हैं। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि देश की कमान नए जेनरेशन के हाथ में दी जाए। ये एक ऐसा पल था जिसने दुनियाभर को बाइडेन के अनकहे दर्द का एहसास कराया।
बाइडेन को चाहने वाले लोग हों, या उनके विपक्ष में खड़ी जनता... सबने इस पल को राजनीति से परे महसूस किया। भले ही अभी बाइडेन के कार्यकाल में 6 महीने का वक्त बचा हो, लेकिन इस स्पीच ने ये तो बता दिया कि ये 6 महीने भी पलक झपकते ही बीत जाने वाले हैं। ये बाइडेन के 'गुड बाय' की एक शुरुआत थी।
बाइडेन की आवाज में छलका दर्द
स्पीच के दौरान बाइडेन की आवाज से ऐसा लग रहा था कि वो अब बूढ़े हो गए हैं, या शायद अब उन्होंने खुद को बूढ़ा मान लिया है। विपक्ष की ललकार, उनकी उम्र पर सवाल, उनकी क्षमता पर सवालिया निशान... इन सबको इस स्पीच ने जैसे मौन कर दिया हो। बाइडेन ने अपने भाषण में भले ही देश के लोकतंत्र की रक्षा, नए जेनरेशन जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया हो, लेकिन उन्होंने एक बार भी अपनी उम्र, अपने बुढ़ापे, अपनी क्षमता और अपनी हेल्थ का जिक्र नहीं किया। शायद यही एक सच्चे राजनेता की निशानी हो सकती है, जो खुद से ऊपर उठकर अपने देश और अपने देशवासियों के बारे में सोचे।
बाइडेन ने इस बारे में भी कोई बात नहीं की कि जो 'शेर' कुछ दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप की ललकार का जवाब अपनी दहाड़ से दे रहा था, उसने अपने कदमों को एक कदम पीछे खींचने का निर्णय क्यों लिया? उन्होंने इस बारे में भी बात नहीं की कि आखिर वो राष्ट्रपति पद की रेस से खुद को अलग करने के निर्णय तक कैसे पहुंचे? और ना ही उन्होंने अपने विपक्ष और उन अमेरिकावासियों के खिलाफ कोई जहर उगला, जिसकी वजह से उन्हें ये फैसला लेना पड़ा। बाइडेन अब भी केवल देश और देश की ही बात करते हुए दिखे।
अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति ने कहा- 'मेरे प्यारे देशवासियों, करीब 50 सालों तक आप लोगों की सेवा करना मेरा सौभाग्य था। मेरा मानना है कि अमेरिका एक मोड़ पर है। इतिहास के उन दुर्लभ क्षणों में से एक जब हम जो निर्णय लेते हैं, वे आने वाले दशकों के लिए हमारे देश और दुनिया के भाग्य का निर्धारण करेंगे। इस क्षण में, हम उन लोगों को देख सकते हैं, जिनसे हम असहमत हैं, दुश्मन के रूप में नहीं, बल्कि साथी अमेरिकियों के रूप में, हम एक महान राष्ट्र हैं क्योंकि हम एक अच्छे लोग हैं।'
ये भी पढ़ेंः 25 Years of Kargil War: देशभर में कैसे मनाया जाएगा कारगिल विजय दिवस? PM मोदी ने बनाई ये बड़ी योजना
Updated 23:37 IST, July 25th 2024