पब्लिश्ड 18:05 IST, January 5th 2025
Heart Failure: हार्ट मरीजों के लिए बड़ी खुशखबरी, आर्टिफिशियल हार्ट कर सकता है मसल्स को रिजनरेट, स्टडी में दावा
heart News: रिसर्च में पाया गया है कि आर्टिफिशियल हार्ट का इस्तेमाल करने वाले कुछ मरीजों में दिल की मांसपेशियां फिर से सक्रिय हो सकती हैं।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Heart News: एक इंटरनेशनल रिसर्च टीम यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना कॉलेज ऑफ मेडिसिन-टक्सन ने बड़ा खुलासा किया है। रिसर्च में पाया गया है कि आर्टिफिशियल हार्ट का इस्तेमाल करने वाले कुछ मरीजों में दिल की मांसपेशियां फिर से सक्रिय हो सकती हैं। यानी यह खोज हार्ट फेल जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में नई उम्मीद जगा सकती है। रिसर्च में पता चला कि आर्टिफिशियल हार्ट के मरीजों के एक उपसमूह में हृदय की मांसपेशियों ने 6 गुना तेजी से पुनर्जीवित होने की क्षमता दिखाई। यह प्रोजेक्ट अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना और यूटा हेल्थ यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया।
शोधकर्ता डॉ. हेशाम सादेक के मुताबिक, 'यह मानव हृदय की पुनर्जीवित होने की क्षमता का सबसे ठोस प्रमाण है। इससे हार्ट फेलियर के इलाज के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुल सकते हैं।' अभी हार्ट फेलियर का कोई स्थायी इलाज नहीं है। दवाइयां सिर्फ इसके असर को धीमा करती हैं और ट्रांसप्लांट एक अंतिम विकल्प है। आर्टिफिशियल हार्ट फिलहाल ब्लड पंप करने में मदद करता है, लेकिन यह शोध इस दिशा में बड़ा बदलाव ला सकता है।
नई उम्मीद, नया जीवन
यह खोज बताती है कि हृदय की क्षतिग्रस्त मांसपेशियों को फिर से जीवित करना संभव हो सकता है। अगर यह तकनीक विकसित होती है, तो लाखों मरीजों को फायदा हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना कॉलेज ऑफ मेडिसिन टक्सन के मेडिसिन डिपार्टमेंट में कार्डियोलॉजी डिविजन के चीफ हेशाम सादेक (Hesham Sadek) ने कहा, 'हड्डियों की मांसपेशियों में चोट लगने के बाद रिजनरेट होने की अहम क्षमता होती है। अगर आप खेल रहे हैं और आपकी कोई मांसपेशी फट जाती है तो आपको उसे आराम देने की जरूरत होती है और वो ठीक हो जाती है।
क्या बोले वैज्ञानिक?
जब दिल की मांसपेशी घायल हो जाती है, तो वो वापस ठीक नहीं होती। जर्नल सर्कुलेशन में छपे एक रिसर्च में सादेक ने कहा कि हार्ट मसल के लॉस को ठीक करने के लिए हमारे पास कुछ भी नहीं है। सादेक ने हृदय की मांसपेशियों के रिजनरेट होने की जांच करने के लिए इंटरनेशनल एक्सपर्ट के बीच सहयोग का नेतृत्व किया। फिलहाल यह खोज बताती है कि हृदय की क्षतिग्रस्त मांसपेशियों को फिर से जीवित करना संभव हो सकता है। अगर यह तकनीक विकसित होती है, तो लाखों मरीजों को फायदा हो सकता है।
अपडेटेड 18:09 IST, January 5th 2025