Published 10:06 IST, November 1st 2024
नशे की लगाई लत, घोड़े का इंजेक्शन देकर करता रहा रेप...कानपुर के एक और जिम ट्रेनर के महापाप की कहानी
पीड़िता ने बताया कि 3 साल पहले छात्रा फजलगंज क्षेत्र के एचएच जिम में ट्रेनिंग के लिए जाती थी। उस वक्त वो 11वीं में पढ़ाई करती थी।
- भारत
- 3 min read
Kanpur News: कानपुर में एकता गुप्ता (Ekta Gupta Murder Case) नामक महिला की जिम ट्रेनर विमल सोनी द्वारा हत्या करने और शव को डीएम आवास परिसर में दफनाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि एक और जिम ट्रेनर (Gym Trainer) की घटिया करतूत सामने आ गई है। इस दूसरी और सनसनीखेज वारदात में मुख्य आरोपी का नाम है अर्जुन सिंह। जिम ट्रेनर अर्जुन सिंह पर बीए की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसने पहले नशे की लत लगाई और फिर उसके बाद कई बार बलात्कार (Rape) किया।
पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर भी कई सवाल उठाए हैं। परिवार वालों का कहना है कि अर्जुन यादव की कई बार शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। डेढ़ साल बाद जाकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और आरोपी को अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीड़िता को मेडिकल चेकअप के लिए भेज दिया गया है।
11वीं कक्षा में पढ़ रही थी पीड़िता, तभी लगाया नशे की लत
पीड़िता ने बताया कि 3 साल पहले छात्रा फजलगंज क्षेत्र के एचएच जिम में ट्रेनिंग के लिए जाती थी। उस वक्त वो 11वीं में पढ़ाई करती थी। जिम में ही उसकी मुलाकात ट्रेनर अर्जुन सिंह से हुई। अर्जुन ने कहीं उसे उसका नंबर हासिल कर लिया। इसके बाद अर्जुन ने फोन कर मिलने का दबाव बनाया और जिम में नशीला पाउडर देना शुरू कर दिया। जिससे वह इसकी आदी हो गई।
घोड़े का इंजेक्शन देकर किया रेप
पीड़िता ने बताया कि अर्जुन ने उसे नशे का लती बनाकर अपने वश में कर लिया। उसके बाद उसने उसे एक खतरनाक इंजेक्शन लगाए। पीड़िता ने बताया कि उस इंजेक्शन का उपयोग कथित तौर पर रेस के घोड़ों को लगाने के लिए किया जाता है। इंजेक्शन लगाने के बाद अर्जुन ने कई बार उसका रेप किया। आरोप यह भी है कि इस घिनौनी हरकत का वीडियो बनाकर धमकी दी कि वह इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। इसके साथ ही आरोपी ने उसे आत्महत्या करने के लिए भी उकसाया।
पुलिस ने नहीं की मदद, हाईकोर्ट पहुंचा परिवार
छात्रा ने बताया कि अर्जुन उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देता था और वीडियो वायरल करने की धमकी देता। आरोप है कि पुलिस को शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद परिवार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए विवेचक को तलब किया और पुलिस कमिश्नर को हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया। इसके बाद सोमवार को पुलिस ने अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी से पीड़िता और उसके परिवार ने राहत की सांस ली है।
Updated 10:06 IST, November 1st 2024