पब्लिश्ड 16:56 IST, November 16th 2024
झांसी अग्निकांड: बेशर्मी की हद! मासूमों की मौत के बीच प्रशासन चमकाता रहा सड़क, डिप्टी CM का था दौरा
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में शुक्रवार को लगी आग में 10 नवजातों की मौत हो गई।
- भारत
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Jhansi: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में शुक्रवार को लगी आग में 10 नवजातों की मौत हो गई। 10 मिनट में आग इस तरह फैली कि संभलने का मौका तक नहीं मिला। 16 नवजात जख्मी हुए हैं। करीब 40 बच्चों को खिड़की तोड़कर बचा लिया गया। खबर सुनते ही अधिकारी और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया।
हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। इसी बीच अस्पताल और स्थानीय प्रशासन की बेशर्मी भी सामने आई। आप सोच में पड़ जाएंगे और कह पड़ेंगे कि क्या आखिर में कोई इतना बेशर्म हो सकता है? दरअसल हुआ ये कि एक तरफ बच्चों को बचाने के लिए डॉक्टर्स चिल्ला रहे थे, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन अस्पताल के रंगाई-पुताई करवाने में लगा था। ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि सुबह-सुबह यूपी के डिप्टी सीएम और हेल्थ मिनिस्टर अस्पताल पहुंचने वाले थे। आपको बता दें कि ब्रजेश पाठक हादसे के बाद अस्पताल पहुंचे थे।
कांग्रेस ने खड़े किए सवाल
कांग्रेस ने ब्रजेश पाठक के वीडियो पर सवाल खड़े करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, 'BJP सरकार की संवेदनहीनता देखिए। एक ओर बच्चे जलकर मर गए, उनके परिवार रो रहे थे, बिलख रहे थे। दूसरी तरफ, डिप्टी CM के स्वागत के लिए सड़क पर चूने का छिड़काव हो रहा था। परिजनों का यहां तक कहना है कि पूरे कम्पाउंड में गंदगी फैली हुई थी, जो डिप्टी CM के आने से पहले ही साफ की गई। ये सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। बच्चे जलकर मर रहे हैं और ये सरकार चेहरा चमकाने में लगी है।'
ब्रजेश पाठक ने दिया कार्रवाई का आदेश
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा जिन लोगों ने चूना डालने आदि जैसा कृत्य किया है वो स्वीकार योग्य नहीं है। डिप्टी सीएम ने जिलाधिकारी झांसी को ऐसे लोगों को चिन्हित करके कार्रवाई के आदेश दिए हैं। ब्रजेश पाठक आधी रात को ही झांसी रवाना हो गए थे।
अपडेटेड 16:56 IST, November 16th 2024