पब्लिश्ड 10:44 IST, January 13th 2025
'भारतीय मूल्यों को संजोने वालों के लिए खास दिन...', PM मोदी ने दी महाकुंभ की बधाई, श्रद्धालुओं के लिए की ये कामना
PM Modi on Mahakumbh 2025: महाकुंभ की शुरूआत के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बेहद खास दिन करार दिया। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए कामना की।
- भारत
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PM Modi on Mahakumbh 2025 : 12 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रयागराज में महाकुंभ मेला लग चुका है। इसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। महाकुंभ की शुरूआत के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बेहद खास दिन करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विशाल धार्मिक आयोजन भारत की कालातीत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।
13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ का विशाल आयोजन 26 फरवरी तक चलेगा। इसमें लगभग 40 से 45 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है जो गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में शाही स्नान करेंगे। इसके अलावा यह भी जानकारी है कि करीब लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करेंगे।
प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ-PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।'
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, 'मुझे प्रयागराज में अनगिनत लोगों की चहल-पहल देखकर बहुत खुशी हो रही है, जो पवित्र स्नान कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं। सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को शानदार प्रवास की शुभकामनाएं।'
'आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में…'
पीएम मोदी ने एक और ट्वीट में कहा, 'भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए यह एक बहुत ही खास दिन है! महाकुंभ 2025 प्रयागराज में शुरू हो रहा है, जो आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ लाएगा। महाकुंभ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था और सद्भाव का जश्न मनाता है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के शानदार प्रवास की कामना की।
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा चाक-चौबंद
12 साल में एक बार आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। प्रदेश मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक, महाकुंभ मेला क्षेत्र में 55 से अधिक थाने स्थापित किए गए हैं। वहीं लगभग 45 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाया गया है। इसके अलावा साइबरक्राइम विशेषज्ञ AI संचालित निगरानी तंत्र के साथ सुरक्षा में लगे हुए हैं। चौराहों और तिराहों पर बैरिकेड लगाए गए हैं, जो भीड़ की आवाजाही को नियंत्रित करने में मददगार साबित होंगे।
क्या है कल्पवास?
महाकुंभ में लाखों की संख्या में संगम तट पर श्रद्धालु कल्पवास करेंगे। कल्पवास का मतलब सांसारिक सुख-सुविधाओं से परे रहकर भगवान से जुड़ना होता है। इसमें सुबह-सुबह स्नान, ध्यान, प्रार्थना समेत प्रवचन शामिल है। श्रद्धालु कल्पवास में संकल्प और नियमपूर्वक एक महीने तक संगम तट पर रहते हैं। इस दौरान वह तीनों काल गंगा स्नान, जप, तप, ध्यान, पूजन और सत्संग करते हैं।
अपडेटेड 10:54 IST, January 13th 2025