Published 13:13 IST, May 21st 2024
'केजरीवाल आवास पर थे, विभव कुमार अंदर कैसे पहुंचा?', स्वाति मालीवाल पिटाई कांड में BJP के कई सवाल
बीजेपी ने केजरीवाल से पूछा कि विभव कुमार किस हैसियत से CM हाउस के अंदर थे, जबकि वो ना सरकारी पद पर है और ना ही राजनीतिक पद पर हैं। क्या विभव का अपॉइंटमेंट था?
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Swati Maliwal Case: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के बाद भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह सक्रिय है। एक महिला सांसद के साथ अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई कथित रूप से मारपीट के बाद बीजेपी लगातार आम आदमी पार्टी को घेर रही है। इसी क्रम में बीजेपी ने अब अरविंद केजरीवाल पर कई सवाल और दाग दिए हैं।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में AAP के अंदर का घटनाक्रम पार्टी का नहीं, मुख्यमंत्री के घर का है। 8 दिन के बाद कई सवाल उठते हैं। केजरीवाल वही नेता हैं, जो कहते थे कि 3 कमरे का घर चाहिए, कोई भी आकर मिल सकता है। इनकी कथनी करनी में बहुत अंतर है।
'स्वाति का अपॉइंटमेंट नहीं था, तो सूची जारी करें'
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अपॉइंटमेंट की बात करते हैं। ये बोल रहे हैं कि अपॉइंटमेंट नहीं था, तो फिर सूची जारी करें। एक मुख्यमंत्री का पूरे दिन का शेड्यूल जारी होता है, जिसमें उनका मिनट टू मिनट प्रोग्राम होता है। केजरीवाल को उस दिन (13 मई) का शेड्यूल जारी करना चाहिए और बताना चाहिए कि आप उस दिन मुख्यमंत्री आवास में नहीं थे। या ये स्वीकार करें कि आप सीएम आवास में थे, लेकिन स्वाति मालीवाल से नहीं मिलना चाहते थे।
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे सवाल किया कि स्वाति मालीवाल के पास अपॉइंटमेंट नहीं था, तो वो ड्राइंग रूम तक कैसे पहुंचीं? केजरीवाल के पास Z सिक्योरिटी है, इस दौरान अगर कोई अवांछित व्यक्ति घुसता है तो उनके सुरक्षाकर्मियों ने प्रोटोकॉल के तहत क्या कार्रवाई की?
विभव कुमार किस हैसियत से अंदर थे- सुधांशु
उन्होंने अगला सवाल करते हुए पूछा कि विभव कुमार किस हैसियत से सीएम हाउस के अंदर थे, जबकि वो ना सरकारी पद पर है और ना ही राजनीतिक पद पर हैं। क्या विभव कुमार का अपॉइंटमेंट था, जिसकी लिस्ट दिखाएं। बीजेपी नेता सुधांशु कहते हैं- 'वो (विभव कुमार) घटना के बाद से गायब हो गए थे, लेकिन अचानक लखनऊ में साथ (केजरीवाल के साथ) दिखाई दिए। संजय सिंह ने कहा कि दुर्व्यवहार हुआ है। क्या सरकार या पार्टी ने कोई जांच गठित की।'
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में अद्भुत दृश्य है। सरकार इनकी और इन्हीं के नेता ने अपने नेता के साथ दुर्व्यवहार किया। 1995 में मायावती के साथ कुछ ऐसा ही दुर्व्यवहार हुआ था, जिसे स्टेट गेस्ट हाउस नाम से जानते हैं, वहां मुलायम सिंह के लोग कर रहे थे। वो गेस्ट हाउस वाक्य है, लेकिन ये मुख्यमंत्री हाउस की घटना है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल को दुनियाभर का ज्ञान है, लेकिन अचानक 20 से साथ काम करने वाले व्यक्ति (स्वाति मालीवाल) को बीजेपी का एजेंट बता रहे हैं।
AAP चरित्र हरण करने में लगी है- सुधांशु
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता निदान करने की जगह चरित्र हरण करने में लगे हुए हैं। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में कीर्तमान बना चुकी है। केजरीवाल को कभी विचलित नहीं देखा, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर सड़क पर नहीं उतरे थे।
Updated 13:13 IST, May 21st 2024