Published 22:06 IST, December 29th 2024
राजनाथ सिंह ने कहा- सुरक्षा के मोर्चे पर भारत भाग्यशाली नहीं, दुश्मनों से सतर्क रहें
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्यकर्मियों से आंतरिक और बाहरी दुश्मनों पर पैनी नजर रखने का आग्रह करते हुए रविवार को कहा कि भारत सुरक्षा के मोर्चे पर ‘‘बहुत भाग्यशाली नहीं’’ है। वह मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में दो सदी से अधिक पुरानी महू छावनी में सैन्य कर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
- भारत
- 3 min read
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्यकर्मियों से आंतरिक और बाहरी दुश्मनों पर पैनी नजर रखने का आग्रह करते हुए रविवार को कहा कि भारत सुरक्षा के मोर्चे पर ‘‘बहुत भाग्यशाली नहीं’’ है। वह मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में दो सदी से अधिक पुरानी महू छावनी में सैन्य कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए सिंह ने कहा, ‘‘सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए भारत बहुत भाग्यशाली देश नहीं है, क्योंकि हमारी उत्तरी सीमा और पश्चिमी सीमा लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है।’’
इंदौर से 25 किमी दूर महू छावनी में तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान ‘आर्मी वॉर कॉलेज’, ‘मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग’ और ‘इन्फैंट्री स्कूल’ हैं। इसके अलावा ‘इन्फैंट्री म्यूजियम’ और ‘आर्मी मार्कस्मैनशिप यूनिट’ भी है। उन्होंने सैन्यकर्मियों से कहा, ‘‘हमें आंतरिक मोर्चे पर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पृष्ठभूमि में हम बेफिक्र नहीं हो सकते। हमारे दुश्मन, चाहे आंतरिक हों या बाहरी, हमेशा सक्रिय रहते हैं। इन परिस्थितियों में हमें उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और उनके खिलाफ उचित और समय पर प्रभावी कदम उठाने चाहिए।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर देश बनाने के लिए सेना की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘देश के रक्षा मंत्री के रूप में मैं आपको बताना चाहूंगा कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। जब मैं यहां आया और जिस अनुशासन और समर्पण के साथ आप प्रशिक्षण ले रहे हैं, उसे देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ। आपका प्रशिक्षण किसी युद्ध से कम नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि अनुशासन के इस स्तर को बनाए रखने के लिए समर्पण और दृढ़ विश्वास की आवश्यकता होती है। सिंह ने कहा कि वह देश भर में सैन्य प्रतिष्ठानों और छावनियों में साफ-सफाई से प्रभावित हैं। सिंह ने कहा, ‘‘काम के प्रति आपकी लगन मुझे प्रेरित करती है। मैं कह सकता हूं कि सबसे आकर्षक बात है काम के प्रति आपकी लगन और जिम्मेदारी की भावना। यह हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।’’
उन्होंने सैन्यकर्मियों से कहा कि उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण देश और इसकी सीमाएं लगातार सुरक्षित और मजबूत होती जा रही हैं। रक्षा मंत्री ने कर्मियों को सैन्य रणनीतियों और युद्ध कौशल में निपुण बनाने में भारतीय सेना के प्रशिक्षण संस्थानों के बहुमूल्य योगदान की भी सराहना की।
एक विज्ञप्ति में कहा गया कि कार्यवाहक कमांडेंट ने सिंह को ‘एडवांस्ड इनक्यूबेशन एंड रिसर्च सेंटर’ की स्थापना तथा प्रौद्योगिकियों के संबंध में विभिन्न समझौता ज्ञापनों के बारे में जानकारी दी। मंत्री ने इन्फैंट्री संग्रहालय का भी दौरा किया, जहां उन्हें इन्फैंट्री के इतिहास के साथ-साथ इन्फैंट्री में आधुनिक उपकरणों के शामिल किए जाने के बारे में भी जानकारी दी गई। इससे पहले, सिंह ने थल सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के साथ महू में डॉ. बी.आर. आंबेडकर के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। भारत के संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. आंबेडकर का स्मारक महू छावनी के काली पलटन क्षेत्र में उनके जन्मस्थान पर बनाया गया है।
Updated 22:06 IST, December 29th 2024