Published 17:38 IST, October 28th 2024
Rajasthan: हवामहल MLA बालमुकुंद पर होगी कार्रवाई? मौलाना यासूब ने जयपुर से दिल्ली तक लगाई गुहार
मौलाना यासूब अब्बास ने केंद्र व राज्य सरकार से हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
- भारत
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राघवेंद्र पांडेय
27 अक्टूबर 2024 को शिया समुदाय ने बास बदनपुरा स्थित शिया वक्फ इमामबाड़े में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य पर इमामबाड़े की तौहीन और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया।
मौलाना यासूब अब्बास ने केंद्र व राज्य सरकार से विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि जयपुर के शिया समुदाय के समर्थन में देशभर के शिया मुसलमान खड़े हैं।
मौलाना यासूब अब्बास ने हवामहल विधायक पर लगाए आरोप
मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि 21 अक्टूबर को शाम करीब 5:15 बजे हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने कुछ साथियों के साथ इमामबाड़े में पहुंचे और जूते पहनकर अंदर घुस गए। इस दौरान महिलाओं से अभद्रता की गई, जिससे वे भयभीत हो गईं। मौलाना ने आरोप लगाया कि विधायक और उनके सहयोगियों ने बच्चों और धर्मगुरुओं से भी बुरे व्यवहार का प्रदर्शन किया, जो कि बेहद अपमानजनक और निंदनीय है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा शिया प्रतिनिधिमंडल
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इस मामले पर जल्द ही शिया समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात करेगा और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा। मौलाना ने बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, से बात की है, जिन्होंने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री से बात कर बालमुकुंद आचार्य को चेतावनी दी जाएगी। उन्होंने जयपुर के शिया समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की है।
शिया धर्मगुरुओं ने बालमुकुंद आचार्य के व्यवहार की निंदा की
धार्मिक और सामुदायिक नेताओं ने विधायक बालमुकुंद आचार्य के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की है। मौलाना यासूब अब्बास व स्थानीय शिया धर्मगुरुओं जिसमें मोहम्मद अकरम (अध्यक्ष शिया समुदाय, राजस्थान), मौलाना नाजिश अब्बास मौलाना अली इमाम नकवी, मौलाना मीर असद अली आदि ने एक मत से कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव और भेदभाव को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह के कृत्य किसी भी धार्मिक स्थल के प्रति अपमान साम्प्रदायिक सद्भावना को नुकसान पहुंचाते हैं। शिया समुदाय ने केंद्र और राज्य सरकार से आग्रह किया है कि ऐसे मामलों में जल्द से जल्द कार्रवाई हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो।
Updated 17:38 IST, October 28th 2024