Published 10:40 IST, April 1st 2024
G-20 की मेजबानी राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को फिर संतुलित करने का एक उदाहरण था: एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जी20 की मेजबानी राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को फिर संतुलित करने का एक उदाहरण था।
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भारत ने 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जी20 की मेजबानी राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को फिर संतुलित करने का एक उदाहरण था। 31 मार्च, रविवार को दिल्ली में आयोजित सभ्यता फाउंडेशन के कार्यक्रम दिल्ली हेरिटेज कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने ये कहा।
दिल्ली विरासत कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "पूरे देश ने जी20 की हमारी अध्यक्षता का जश्न मनाया। कई मायनों में, यह राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन का एक उदाहरण था, जहां एक के बजाय कुछ देश जो दुनिया को चला रहे थे, दुनिया को प्रभावित कर रहे थे या दुनिया पर हावी हो रहे थे, यह व्यापक हो गया है। और स्पष्ट रूप से यहां, भारत की भूमिका को मान्यता दी गई थी।''
आज की लड़ाई सांस्कृतिक पुनर्संतुलन की है: एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि कैसे जी20 की मेजबानी के बाद 'राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन' के बाद ध्यान 'सांस्कृतिक पुनर्संतुलन' पर केंद्रित हो गया है। विदेश मंत्री ने कहा, "राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन के बाद, आज, लड़ाई सांस्कृतिक पुनर्संतुलन की है। यानी, हम दुनिया की संपूर्ण विविधता को कैसे पहचानें? हम उस युग की विकृतियों को कैसे दूर करें, जिस पर कुछ देशों और कुछ क्षेत्रों का वर्चस्व था? और इसीलिए यह आज महत्वपूर्ण है हमें अपनी विरासत, अपनी सभ्यता, अपनी संस्कृति, अपने जीवन के तरीके, अपनी आस्था और अपने विश्वासों को सामने रखना होगा। और मेरे लिए, यह कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पारंपरिक राजनीति की तरह ही महत्वपूर्ण है।"
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली हेरिटेज प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में उनके प्रयासों के लिए सभ्यता फाउंडेशन, संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज यह न केवल सांस्कृतिक इतिहास में, विरासत बढ़ाने संरक्षण और संवर्धन बढ़ाने का, बल्कि सांस्कृतिक खजाने का भी सफर है।
उभरते भारत की दुनिया में हो रही चर्चा: एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बदलते भारत की तस्वीरों तो लेकर कहा कि "आज, उभरते भारत के बारे में बहुत चर्चा हो रही है लेकिन लोगों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि वे कहां से आए हैं, अगर उन्हें यह पता लगाना है कि वे कहां जा रहे हैं। इसलिए हम क्या हैं, और हम कहां हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण है। हम अपने दिमाग में यह तय कर रहे हैं कि हम क्या होंगे।''
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Updated 10:40 IST, April 1st 2024