Published 13:55 IST, December 7th 2024
'मैं कोई कमेंट नहीं करूंगा', ममता बनर्जी को लेकर सवाल पर क्यों चुप्पी साध गए फारूक अब्दुल्ला?
फारूक अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी से जुड़े सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार किया। फारूक ने कहा कि उन्हें बयान की जानकारी नहीं है। इसलिए कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
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Farooq Abdullah-Mamata Banerjee: फारूक अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी को लेकर चुप्पी साध ली है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के INDI अलायंस का नेतृत्व करने की बात कर रही हैं। हालांकि जब INDI गठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से उसको लेकर सवाल किया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
ममता बनर्जी का बयान हरियाणा और फिर महाराष्ट्र में कांग्रेस की करारी हार के बाद आया, क्योंकि कांग्रेस ही लगभग पूरे गठबंधन को लीड कर रही है। हालांकि ममता बनर्जी ने बयान देकर INDI गठबंधन के भीतर नई बहस छेड़ दी है। फिलहाल फारूक अब्दुल्ला ने सार्वजनिक तौर पर इस बहस से खुद को अलग रख लिया है।
फारूक अब्दुल्ला ने टिप्पणी करने से इनकार किया
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी से जुड़े सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार किया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें ऐसे बयान की जानकारी नहीं है। इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा'
ममता बनर्जी ने क्या टिप्पणी की?
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन के कामकाज के तरीके पर असंतोष व्यक्त किया और संकेत दिया कि अगर मौका मिला तो वो इसका नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ममता बनर्जी ने एक इंटरव्यू में कहा कि वो गठबंधन का नेतृत्व करने और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका जारी रखने की जिम्मेदारी संभालने में सक्षम हैं।
ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे TMC नेता
TMC के सांसद कीर्ति आजाद कहते हैं कि सत्तारूढ़ टीएमसी सुप्रीमो सभी को साथ लेकर चलती हैं। कीर्ति आजाद ने अपने बयान में कहा- 'ममता बनर्जी का रिकॉर्ड 100 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब भी अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा, वो सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही हुआ। जब भी वो बंगाल और उसके सम्मान का अपमान करने आते हैं तो उनका वोट शेयर बढ़ जाता है।' उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी अपने स्पष्ट विचारों के लिए जानी जाती हैं।
26 नवंबर को टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सुझाव दिया था कि हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद भारतीय ब्लॉक का नेतृत्व करने के लिए एक मजबूत नेता की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा था कि बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन को और मजबूत होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस हरियाणा या महाराष्ट्र में उम्मीद मुताबिक परिणाम हासिल करने में विफल रही है। हमें कांग्रेस से बहुत उम्मीद थी कि वो बेहतर प्रदर्शन करेंगे। INDI गठबंधन तो है, लेकिन अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं हो सका। परिणाम हासिल करने में कांग्रेस की ओर से बड़ी विफलता है। आज अगर आप बीजेपी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं तो गठबंधन को मजबूत होना चाहिए। और इसे मजबूत बनाने के लिए एक नेता की जरूरत है।'
Updated 13:55 IST, December 7th 2024