पब्लिश्ड 16:56 IST, July 31st 2024
केरल में कैसे मची तबाही? संसद में अमित शाह बोले- 7 दिन पहले राज्य सरकार को दे दी थी चेतावनी
अमित शाह ने कहा मेरा बस एक ही अनुरोध है कि सभी राज्य सरकारों को उन्हें दी गई प्रारंभिक चेतावनियों के बाद निवारक कार्रवाई करनी चाहिए।
- भारत
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केरल के वायनाड में भूस्खलन से आई तबाही पर संसद में जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा मेरा बस एक ही अनुरोध है कि सभी राज्य सरकारों को उन्हें दी गई प्रारंभिक चेतावनियों के बाद निवारक कार्रवाई करनी चाहिए। मैं केरल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार राज्य सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी है और हम राहत और पुनर्वास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
शाह ने संसद में बताया कि मैं देश के लिए कुछ स्पष्ट करना चाहता हूं। विपक्ष पूर्व चेतावनी की बात करते रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 23 जुलाई को भारत सरकार ने केरल सरकार को पूर्व चेतावनी दी थी, घटना से 7 दिन पहले और फिर 24 और 25 जुलाई को भी पूर्व चेतावनी दी गई। 26 जुलाई को चेतावनी दी गई कि 20 सेमी. से अधिक भारी वर्षा की संभावना है और भूस्खलन की संभावना है, मिट्टी का बहाव हो सकता है और इसमें लोगों की जान जा सकती है। भारत सरकार की पूर्व चेतावनी प्रणाली पर 2014 के बाद 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
7 दिन पहले पूर्वानुमान जारी करने वाले चंद देशों में भारत- अमित शाह
दुनिया में बहुत काम देश हैं जो 07 दिन पहले आपदा का अनुमान सार्वजनिक करते हैं। भारत उन चंद देशों में है जो पूर्वानुमान साझा करता है। हम 7 दिन पूर्व सारे आंकड़े देश की जनता और सरकारों के साथ साझा करते हैं।
2014 के बाद बचाव में बदलाव आया- अमित शाह
2014 में आपदा से बचाव का एक ही तरीका था बचाव करो और मदद करो। 2014 के बाद नरेंद्र मोदी के आने के बाद बचाव में बदलाव हुआ कि एडवांस में तयारी रखो जिससे जीरो कैजुअलटी हो। 18 जुलाई और 25 जुलाई को भारी वर्षा और अति भरी वर्षा का अनुमान बताया गया था। 23 जुलाई को ही हमने 08 एनडीआरएफ के दल वहां भेज दिए थे।
ऐसे में सवाल उठता है कि जब केंद्र सरकार की ओर से 7 दिन पहले ही राज्य सरकार को चेतावनी दी गई थी तो फिर लोगों को वहां से सुरक्षित जगहों पर क्यों नहीं भेजा गया। बहरहाल घायलों को इलाज और लोगों का पुनर्वसन सरकार की प्राथमिकता में होना चाहिए।
अपडेटेड 16:56 IST, July 31st 2024