Published 17:15 IST, September 11th 2024
Delhi Liquor Scam: CM केजरीवाल की जमानत पर कहां फंसा पेच? सिसोदिया से दुर्गेश पाठक तक सब बाहर, List
Delhi News: दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली हाईकोर्ट ने अरुण पिल्लई को बेल दी तो उसके पहले राउज एवेन्यू कोर्ट से AAP के नेता दुर्गेश पाठक को जमानत मिल गई।
Delhi Liquor Scam: दिल्ली के तथाकथित शराब घोटाला केस में एक और आरोपी को जमानत मिल गई है। पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग अदालतों ने मनीष सिसोदिया-संजय सिंह से लेकर के कविता और समीर महेंद्रू तक जमानत को जमानत दी है। बुधवार को दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में हैदराबाद के बिजनेसमैन अरुण पिल्लई को दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। हालांकि इस मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और अरविंद केजरीवाल को अभी और जेल में रहना पड़ेगा।
तथाकथित शराब घोटाला केस में बुधवार को दो आरोपियों को जमानत मिली। दिल्ली हाईकोर्ट ने अरुण पिल्लई को बेल दी तो उसके पहले राउज एवेन्यू कोर्ट से आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक को एक लाख रुपये के बॉन्ड पर जमानत मिल गई। इसी मामले में अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 25 सितंबर तक बढ़ा दिया। सीबीआई से जुड़े मामले में अभी केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनकी जमानत पर पेंच फंसा हुआ है।
केजरीवाल की जमानत पर कहां फंसा पेंच?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोवर कोर्ट से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुके हैं, लेकिन तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े सीबीआई के मामले में उन्हें बेल नहीं मिल पाई है। इसी घोटाले से जुड़े ED के मामले में जरूर केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी, लेकिन सीबीआई वाले मामले में पेंच फंसा है। पूरे केस में पहले ईडी ने 21 मार्च 2024 को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। हिरासत के दौरान 26 जून 2024 को सीबीआई ने तिहाड़ जेल से केजरीवाल की गिरफ्तारी की थी। अभी 25 सितंबर तक उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाई जा चुकी है।
घोटाले में किन आरोपियों को जमानत मिली?
- AAP नेता मनीष सिसोदिया
- राज्यसभा सांसद संजय सिंह
- हैदराबाद के बिजनेसमैन अरुण पिल्लई
- AAP विधायक दुर्गेश पाठक
- शराब कारोबारी समीर महेंद्रू
- AAP वॉलिंटियर चनप्रीत सिंह
- मनीष सिसोदिया के करीबी विजय नायर
- बीआरएस पार्टी की नेता के कविता
- बुचीबाबू गोरंटला (मार्च 2023 में जमानत)
- चौरियेत प्रोडक्शंस के निदेशक राजेश जोशी (मई 2023 में जमानत)
- अरविंदो ग्रुप के प्रमोटर पी. शरद रेड्डी (मई 2023 में जमानत)
- अकाली दल के पूर्व विधायक के बेटे गौतम मल्होत्रा (मई 2023 में जमानत)
- कारोबारी दिनेश अरोड़ा (अगस्त 2023 में जमानत)
- साउथ ग्रुप के सदस्य राघव मगुंटा रेड्डी (अक्टूबर 2023 में जमानत)
- रिकॉर्ड इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख बिनॉय बाबू (दिसंबर 2023 में जमानत)
- अभिषेक बोनपल्ली (अंतरिम जमानत पर बाहर)
कौन-कौन अभी जेल में?
- अरविंद केजरीवाल
- विनोद चौहान
- अमनदीप ढल्ल
क्या है पूरा कथित शराब घोटाला?
नवंबर 2021 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति बनाई थी। नई आबकारी नीति से दिल्ली का शराब कारोबार निजी हाथों में चला गया था। इस नई नीति के तहत दिल्ली के 32 जोन में 849 दुकानें खुलनी थीं। हर जोन में 27 दुकानें खोलने की बात कही गई थी। दिल्ली सरकार ने इस पॉलिसी के पीछे तर्क ये दिया था कि नई नीति से माफिया राज खत्म होगा और और सरकार के राजस्व में बढ़ावा होगा। दिल्ली में बोतल पर एक बोतल फ्री भी मिलने लगी थी। काफी दिनों तक ये सिलसिला चला था।
एक साल से भी कम समय बाद जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को नीति में उल्लंघन की सूचना दी थी। बाद में उपराज्यपाल ने नई आबकारी नीति की जांच CBI से कराने की सिफारिश की। CBI ने इस मामले में अगस्त 2022 में केस दर्ज किया था। इसके बाद 23 अगस्त 2022 को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। शराब घोटाला मामले में पहली गिरफ्तारी सितंबर 2022 में विजय नायर के रूप में हुई थी।
25 नवंबर 2022 को सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थीं। मामले में सीबीआई ने बड़ा एक्शन 26 फरवरी 2023 को लिया था, जबकि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की गई। बाद में ईडी ने सिसोदिया को अरेस्ट कर लिया था। अप्रैल 2023 में केजरीवाल से सीबीआई की पूछताछ की थी। 4 अक्टूबर 2023 को संजय सिंह गिरफ्तार किए थे। 15 मार्च 2024 को BRS नेता के कविता को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। 21 मार्च 2024 को सबसे बड़ी गिरफ्तारी के रूप में केजरीवाल पकड़े गए थे।
Updated 17:15 IST, September 11th 2024