Published 08:16 IST, October 30th 2024

Toxic: यश की फिल्म का सेट बनाने के लिए हुई पेड़ों की अवैध कटाई? वन मंत्री के एक्शन पर मेकर्स की सफाई

Toxic Controversy: यश की फिल्म 'टॉक्सिक' रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है। फिल्म पर आरोप लगा है कि इसकी शूटिंग के लिए पेड़ों की अवैध कटाई की गई।

Reported by: Sakshi Bansal
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यश की फिल्म टॉक्सिक विवादों में घिरी | Image: X
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Toxic Controversy: केजीएफ स्टार यश की फिल्म ‘टॉक्सिक’ रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है। गीतू मोहनदास द्वारा निर्देशित फिल्म पर आरोप लगा है कि इसकी शूटिंग के लिए पेड़ों की अवैध कटाई की गई। अब मेकर्स ने इस पूरे विवाद पर चुप्पी तोड़ दी है।

‘टॉक्सिक’ में कन्नड़ स्टार यश के साथ साथ नयनतारा, तारा सुतारिया और कियारा आडवाणी भी अहम किरदार में नजर आएंगे। अब कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने मंगलवार को अधिकारियों को उन लोगों के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया है, जिन्होंने बेंगलुरु में वन भूमि में पेड़ों की कटाई की अनुमति दी थी। कहा जा रहा है कि यहीं पर कन्नड़ फिल्म ‘टॉक्सिक’ की शूटिंग के लिए एक सेट बनाया गया था। उन्होंने उस स्थान का मौका-मुआयना भी किया जहां शूटिंग हुई थी।

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यश की फिल्म ‘टॉक्सिक’ विवादों में घिरी

उन्होंने वन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को एक नोट भी लिखा है जिसमें कहा कि बेंगलुरु के पीन्या बागान 1 और बागान 2 में कुल 599 एकड़ आरक्षित वन राजपत्रित है, जिसे 1960 के दशक में अवैध रूप से एचएमटी को सौंप दिया गया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से कहा कि ‘जंगल हमेशा एक जंगल ही रहता है, जबतक कि उसे गैर-अधिसूचित न कर दिया जाए’। मंत्री ने यह भी कहा कि जो जमीन डीनोटिफिकेशन के बिना एचएमटी के कब्जे में है, वह जंगल है।

उन्होंने कहा, “एचएमटी ने अपने कब्जे वाली वन भूमि को अवैध रूप से विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों को बेच दिया और यहां गैर-वानिकी गतिविधियां होती हैं"। खंड्रे ने कहा कि एचएमटी इस वन भूमि को फिल्म शूटिंग और खाली जमीन को डेली रेंट के आधार पर किराए पर दे रही है”।

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मंत्री ने ये भी पूछा कि कितने पेड़ काटे गए हैं और क्या इसके लिए अनुमति ली गई थी। उन्होंने अधिकारियों को पेड़ काटने की अनुमति देने वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने को कहा और आदेश दिया कि पेड़ काटने के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ वन अपराध का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

विवाद पर मेकर्स ने तोड़ी चुप्पी

विवाद बढ़ता देख केवीएन प्रोडक्शंस ने किसी भी गलत काम से इनकार कर दिया है। कार्यकारी निर्माता सुप्रीत ने कहा कि “यह निजी संपत्ति है, और हमने सभी कानूनी आवश्यकताओं का पालन किया है। हमने फरवरी 2024 में एक सर्वे किया था और जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करवा दिए हैं। हम वन विभाग की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और अगर जरूरी हुआ तो इन दावों को चुनौती देंगे”।

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08:16 IST, October 30th 2024