Published 22:55 IST, June 4th 2024
देश की निगाहें दो क्षत्रपों पर टिकी... PM मोदी ने CM नीतीश और चंद्रबाबू नायडू का क्यों किया जिक्र?
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में NDA की हैट्रिक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान CM नीतीश और चंद्रबाबू नायडू का नाम लिया।
- चुनाव
- 4 min read
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में NDA की हैट्रिक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान CM नीतीश और चंद्रबाबू नायडू का नाम लिया। इसके बाद सियासी गलियारे में ये हलचल फिर तेज हो गई कि आखिर PM मोदी के द्वारा विशेषकर इन दोनों का नाम लेने का क्या कारण हो सकता है।
किंगमेकर की पॉजिशन में खड़े हैं नीतीश
असल में, लोकसभा चुनाव के नतीजों में NDA को 291 सीटों पर जीत मिली, जबकि इंडी गठबंधन 233 सीटों पर सिमट गई। अब चंद्रबाबू नायडू, जिनके 16 सांसदों को जीत मिली है और बिहार के सीएम नीतीश कुमार, जिनके 12 सांसदों को जीत मिली है, किंगमेकर की पॉजिशन पर खड़े हैं। अगर ये दोनों इंडी गठबंधन से जा मिलते हैं तो इंडी गठबंधन के खाते में 28 सीटें और जुड़ जाएंगी। इसके बाद इंडी को अपनी सरकार बनाने के लिए केवल 10 और सीटों की जरूरत पड़ेगी, जिसके लिए उन्हें NDA की छोटी पार्टियों में सेंध लगाकर हासिल करने होंगे।
इसका मतलब है कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू दो बड़े क्षत्रप हैं, जो जिस भी गठबंधन के पाले में गिरेंगे, उसकी सरकार बनना आसान हो जाएगा। आसान भाषा में कहें तो दोनों गठबंधन के लिए ये दोनों नेता काफी अहम हैं। ऐसे में जब पीएम मोदी ने इन दोनों का जिक्र किया तो इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि नीतीश और चंद्रबाबू नायडू को वैल्यू देकर उन्हें अपने पाले में रोकने की रणनीति हो सकती है।
क्या फिर से पाला बदलेंगे नीतीश?
वोटों की गिनती से एक दिन पहले नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही ऐसे कयास लगाए जाने लगे थे कि नीतीश कुमार फिर से पाला बदलने की सोच रहे हैं। इसके बाद नतीजे भी ऐसे आए, जिसने नीतीश को फ्रंट फुट पर लाकर खड़ा कर दिया। फिर तो इस चर्चा ने सियासी गलियारे में तूफान ही खड़ा कर दिया। जानकारी मिली कि शरद पवार ने नीतीश कुमार को फोन मिलाकर उनसे बात की थी। हालांकि, शरद पवार ने इस बात को अफवाह बताया। फिर जानकारी मिली कि नीतीश कुमार को इंडी ने डिप्टी पीएम बनाने का वादा किया है और चंद्रबाबू नायडू को संयोजक बनाने का ऑफर दिया गया है।
मामले में गरमाहट तब और बढ़ गई जब नीतीश से मिलने गए सम्राट चौधरी को उनसे मिले बिना ही लौटना पड़ा। फिर तो राजनीतिक हलचल का बवंडर आ गया कि अब तो नीतीश कुमार पक्का पाला बदलने की फिराक में हैं, क्योंकि जब उन्होंने इंडी से किनारा किया था तो उन्होंने इंडी के हर नेता से बात करना बंद कर दिया था। हालांकि, कुछ ही घंटे में बिहार के डिप्टी सीएम नीतीश से मिलने गए और उन्होंने उनसे मुलाकात भी की। फिर जदयू का बयान सामने आया कि नीतीश NDA के साथ हैं और NDA के साथ ही रहेंगे।
सवाल अब भी वही है। क्या नीतीश फिर से पाला बदलेंगे। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक चर्चा ये तो जरूर हो रही है कि अगर इंडी गठबंधन उन्हें PM पद ऑफर करे तो शायद वो पाला बदलने को तैयार हो जाएं। क्योंकि आखिरकार, नीतीश कुमार ने जितनी बार पाला बदला, यही सोच के बदला कि उन्हें पीएम बनने का मौका मिलेगा। अगर ये ही ऑफर उन्हें सामने से मिल जाए तो वो क्यों इनकार करेंगे। हालांकि, ये तो तय है कि इस बार नीतीश कोई रिस्क नहीं लेंगे। पहले वो इस बात की पुष्टि कर लेंगे कि उनके जाते ही इंडी की सरकार बनती है या नहीं। अगर ऐसा नहीं होता है तो वो एनडीए में रहना सही समझेंगे, क्योंकि अगर वो इंडी में चले गए और पीएम भी नहीं बने तो उनके हाथ में जो ये किंगमेकर बनने का इक्का लगा है, वो फेल हो जाएगा।
Updated 22:55 IST, June 4th 2024