Published 17:52 IST, October 8th 2024

सरकार का काम या संघ की मेहनत, हरियाणा में किसने बदला गेम? RSS ने 4 महीने में की 16000 सभाएं

लोकसभा चुनाव में BJP बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई थी, विधानसभा चुनाव में पूरा गेम बदलकर रख दिया। यह परिणाम RSS के जमीनी स्तर पर काम और कड़ी मेहनत का नतीजा है।

Reported by: Sagar Singh
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सरकार का काम या संघ की मेहनत, हरियाणा में किसने की बदला गेम? | Image: Republic
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Haryana Election Results 2024: हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम ने सभी को चौका दिया है। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने राज्य में इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी को बधाई दी है। हरियाणा चुनाव में आज वो हुआ जिसकी किसी ने उम्मीद तक नहीं की थी। सुबह तक कांग्रेस नेता जीत का दावा करते नहीं थक रहे थे, लेकिन दोपहर होने तक जश्न फीका पड़ गया।

कांग्रेस को पूरी उम्मीद थी कि 10 साल बाद किसान, पहलवान, जाट और जाति कार्ड खेलकर प्रदेश की सत्ता में वापसी करेगी, लेकिन हरियाणा की जनता ने कांग्रेस के दलित-पिछड़े वाले सिगूफे को पूरी तरह नकार दिया। हरियाणा चुनाव में हिंदू नहीं बंटे, लोगों ने मोदी की गारंटी पर भरोसा दिखाया, सीएम योगी का जादू चला और फिर से कमल खिल गया। हरियाणा की जनता ने कांग्रेस के जाति कार्ड की हवा निकालकर दी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे चुनाव ये अपील करते रहे कि जातियों में बंटना नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा की हर एक रैली में एकजुटता का संदेश दिया था।

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RSS ने बदल दिया पूरा गेम!

लोकसभा चुनाव में बीजेपी हरियाणा में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई थी, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूरा गेम बदलकर रख दिया। हरियाणा का यह चुनाव परिणाम RSS के जमीनी स्तर पर काम और कड़ी मेहनत का नतीजा है। हरियाणा विधानसभा का चुनाव इस बार नाक की लड़ाई बना गया था। RSS ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी थी। एक तरफ बीजेपी के बड़े-बड़े फायर ब्रांड नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे थे, तो दूसरी तरफ RSS जमीनी स्तर पर काम करने में लगा था।

4 महीने में 16000 सभाएं

RSS लोगों के बीच जाकर छोटी-छोटी सभाएं कर रहा था। चुनाव से पहले पिछले चार महीनों में RSS ने प्रदेश में करीब 16 हजार सभाओं का आयोजन किया। RSS ने अपने पारंपरिक तरीके से लोगों तक पहुंच बनाई। संघ के कार्यकर्ताओं ने लोगों के घर-घर जाकर और सार्वजनिक स्थलों पर सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में जागरूकता अभियान चलाए। RSS का फोकस उन सीटों पर था जहां बीजेपी की स्थिति कमजोर थी। बीजेपी के लिए चुनाव परिणाम बदलने में गैर-जाट मतदाताओं ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन और बूथ स्तर के प्रबंधन को लेकर भी RSS और BJP की बीच कई बैठकें हुई।

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विपक्षी दलों की बढ़ गई मुश्किल

हरियाणा में बीजेपी की प्रचंड जीत ने फिर से ये बता दिया है कि देश को मोदी की गारंटी पर भरोसा है, स्टार प्रचारक योगी पर भरोसा है और देश के विकास पर भरोसा है। हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक इस बात का संकेत दे रही है कि इसी साल महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनाव भी कांग्रेस पार्टी और तमाम विपक्षी दलों के लिए आसान नहीं रहने वाले। क्योंकि विपक्ष के पास ना तो मोदी का कोई तोड़ है और ना ही योगी जैसा कोई लोकप्रिय नेता।

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16:39 IST, October 8th 2024