पब्लिश्ड 22:51 IST, January 17th 2025
Apple या Samsung नहीं, भारतीय सेना करेगी इस स्मार्टफोन का इस्तेमाल; अधिकारियों को दिए गए 30,000 हैंडसेट
भारतीय सेना के अधिकारी अब सुरक्षित कम्युनिकेशन सुनिश्चित के लिए स्वदेशी और पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड Secure Army Mobile Bharat Version का इस्तेमाल करेंगे।
- रक्षा
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Secure Army Mobile Bharat Version: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय सेना को हर मोर्चे पर सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। अब भारतीय सेना को नया 'सुरक्षा कवच' दिया जा रहा है। भारतीय सेना के अधिकारी Apple, Samsung या किसी और कंपनी का स्मार्टफोन इस्तेमाल ना करके सुरक्षित कम्युनिकेशन सुनिश्चित के लिए 'संभव' (SAMBHAV, Secure Army Mobile Bharat Version) स्मार्टफोन का प्रयोग करेंगे। बड़ी संख्या में ये स्मार्टफोन अधिकारियों को दिए किए गए हैं।
अक्टूबर में चीन के साथ हुई आखिरी दौर की बातचीत के दौरान भी भारतीय सेना ने SAMBHAV स्मार्टफोन का ही इस्तेमाल किया था, जो अब बड़ी संख्या में सेना के अधिकारियों को दिए गए हैं। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army chief Gen Upendra Dwivedi) ने अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि संभव फोन सुरक्षित संचार के लिए उपयोग किया गया था।
अधिकारियों को दिए 30,000 संभव स्मार्टफोन
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सुरक्षित कम्युनिकेशन के लिए करीब 30,000 संभव फोन अभी तक अधिकारियों को दिए गए हैं। इस फोन में विशेष रूप से डिजाइन किए गए एप्लिकेशन हैं, जिन्हें महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
ये फोन सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं, ताकि रक्षा और सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील डेटा की गोपनीयता बनी रहे। संभव फोन का उपयोग विशेष रूप से सुरक्षा एजेंसियों और अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। इसके खास एप्लिकेशन और सुरक्षा फीचर्स इसे सामान्य स्मार्टफोन से अलग बनाते हैं। यह कदम डेटा सुरक्षा और संवेदनशील जानकारी की गोपनीयता बनाए रखने के लिए भारतीय रक्षा प्रणाली की बढ़ती डिजिटल क्षमताओं का हिस्सा है।
M-Sigma जैसे एप्लिकेशन
भारतीय सेना के लिए यह परियोजना पिछले साल शुरू की गई थी। इस परियोजना के तहत उपयोग किए जाने वाले हैंडसेट्स में M-Sigma जैसे एप्लिकेशन शामिल हैं, जिसे लोकप्रिय WhatsApp एप्लिकेशन के समकक्ष माना जाता है। M-Sigma का उपयोग मैसेजिंग, दस्तावेजों, तस्वीरों और वीडियो साझा करने के लिए किया जाता है। यह एप्लिकेशन खासतौर पर सुरक्षा और गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है, ताकि महत्वपूर्ण जानकारी सुरक्षित रूप से साझा की जा सके। यह पहल संवेदनशील डेटा को लीक होने से बचाने, रक्षा और सरकारी अधिकारियों के बीच कम्युनिकेशन करने के लिए है।
साइबर सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
इन स्मार्टफोन को विशेष रूप से सुरक्षित संचार और संवेदनशील जानकारी की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है। सेना का उद्देश्य है कि यह तकनीक अधिकारियों और कर्मियों के बीच डेटा साझा करने के दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक को रोक सके। यह कदम साइबर सुरक्षा को मजबूत करने और आंतरिक संचार को अधिक सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
लीकेज रोकने में मदद
अभी तक भारतीय सेना के कई अधिकारी WhatsApp और दूसरी समान एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे थे और इनमें से करीब सभी डेटा सार्वजनिक डोमेन में लीक हो रहे थे। नई प्रणाली के तहत, संभव फोन में सभी महत्वपूर्ण अधिकारियों के नंबर पहले से ही मौजूद हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को नंबर सेव करने की आवश्यकता नहीं होती है। यह कदम सुनिश्चित करता है कि संवेदनशील डेटा को सुरक्षित रखा जाए और पुराने प्लेटफॉर्म्स पर होने वाली सुरक्षा चूकों को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
स्वदेशी और आधुनिक 5G तकनीक
भारतीय सेना ने 'एंड-टू-एंड सुरक्षित मोबाइल इकोसिस्टम' स्वदेशी रूप से विकसित किया है, ताकि सुरक्षित संचार और तेज कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके। SAMBHAV (Secure Army Mobile Bharat Version) पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड है और आधुनिक 5G तकनीक पर काम करता है। यह प्रणाली विशेष रूप से सेना के लिए डिजाइन की गई है, ताकि संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखा जा सके। SAMBHAV न केवल सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि इसे भारतीय रक्षा की आवश्यकताओं और आत्मनिर्भरता को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
(इनपुट ANI)
अपडेटेड 22:51 IST, January 17th 2025