Published 17:28 IST, December 11th 2024
'न बटे न कटे फिर स्कूल से क्यों हटे...',अखिलेश की सपा ने योगी के बयान को आगे बढ़ाकर लगाया नया पोस्टर
सीएम योगी के 'बटोगे तो कटोगे' नारे के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के सपा दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया था और उस पर लिखा था 'न कटेंगे न बटेंगे, पीडीए संग रहेंगे'
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में 27 हजार से भी ज्यादा प्राथमिक स्कूलों पर ताले लटकने वाले हैं। ये खबर पिछले महीने आई थी। इस खबर को लेकर मायावती और प्रियंका गांधी ने सूबे की योगी सरकार पर सवाल भी खड़े किए थे। सीएम योगी के 'बटोगे तो कटोगे' बयान के बाद अब विपक्ष की समाजवादी पार्टी ने यूपी में बंद हो रहे स्कूलों की खबर पर सियासत शुरू कर दी है। अखिलेश यादव की पार्टी और मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश सचिव शौकत अली ने एक पोस्टर लगाया है जिसमें उन्होंने यूपी के प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की खबरों को लेकर लिखा है,'न बटे न कटे फिर स्कूलों से क्यों हटे?'
उत्तर प्रदेश में समाजवादी का ये पोस्टर सीएम योगी के बयान बटोगे तो कटोगे के बाद एक बार फिर से सूबे की सियासत का पारा हाई करता हुआ दिखाई दे रहा है। अखिलेश यादव की पार्टी के नेता ने ये पोस्टर लगाकर एक बार फिर से सूबे में बटोगे तो कटोगे के बयान वाली सियासत को हवा दी है। आपको बता दें कि इसके पहले सीएम योगी ने हरियाणा की चुनावी रैली में 'बटोगे तो कटोगे' का नारा दिया था। सीएम योगी के इस नारे ने हरियाणा चुनाव को पलटकर रख दिया था। इस चुनाव में जहां विपक्ष हावी दिखाई दे रहा था योगी की रैलियों के आगे परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे। इसके बाद से यूपी में समाजवादी पार्टी लगातार सीएम योगी के इस नारे की काट ढूंढने में लगी हुई है लेकिन हर बार सपा के लिए ये उल्टा पड़ता दिखाई देता है। यूपी के उपचुनाव में भी सपा ने सीएम योगी के इस नारे की काट ढूंढने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें यहां भी शिकस्त मिली थी।
लखनऊ सपा कार्यालय के बाहर पोस्टर- न कटेंगे न बटेंगे पीडीए संग रहेंगे
सीएम योगी के 'बटोगे तो कटोगे' नारे के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के सपा दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया था और उस पर लिखा था 'न कटेंगे न बटेंगे, पीडीए संग रहेंगे' ये पोस्टर सपा की ओर से सीएम योगी के उस नारे को जवाब देने के लिए लगाया गया था। इस पोस्टर को महाराजगंज के सपा नेता अमित चौबे ने लगवाया था। इस पोस्टर में उन्होंने अखिलेश यादव को 2027 में यूपी का सत्ताधीश बताया था। अमित चौबे महाराज गंज की फरेंदा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे थे। अखिलेश यादव ने सीएम योगी के उस नारे को सबसे नकारात्मक नारा करार दिया था। अखिलेश ने कहा था कि बीजेपी के पास जो गिनती के 10 फीसदी वोटर बचे हैं वो भी अब खिसकने की कगार पर हैं ऐसे में उनको डराने धमकाने के लिए इस नारे का उपयोग बीजेपी और सीएम योगी कर रहे हैं।
यूपी के जिन प्रथामिक स्कूलों में 50 से कम छात्र वो होंगे बंद
पिछले महीने की शुरुआत में ये खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही 27 हजार प्राथमिक स्कूल बंद किए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों को दूसरे स्कूलों के साथ मर्ज करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। ऐसे स्कूल जिसमें 50 से भी कम छात्र हैं उन स्कूलों पर सरकार ताला लगाने जा रही है वहां के शिक्षकों और छात्रों को सरकार नजदीकी स्कूलों में शिफ्ट करने की तैयारी कर रही है। सूबे के 27764 सरकारी प्राथमिक स्कूलों को शिक्षा विभाग ने चिन्हित किया है जिसमें कि 50 से कम छात्र हैं। ऐसे में कम छात्र संख्या वाले इन स्कूलों को नजदीकी प्रथामिक विद्यालय में मर्ज कर दिया जाएगा। सरकार को ये फैसला सरकारी स्कूलों में घटते छात्रों की वजह से लेना पड़ रहा है।
विपक्ष ने साधा था निशाना
यूपी की योगी सरकार के इस फैसले को लेकर सूबे की विपक्षी पार्टियां बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने इस पर हमला बोला था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार के इस फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफार्म पर लिखा था, 'प्रदेश सरकार का ये फैसला पूरी तरह से गलत है अगर इतनी बड़ी संख्या में स्कूल बंद हो जाएंगे तो गरीब बच्चे कहां जाएंगे? सरकार को बदहाल स्कूलों को सुधारकर बेहतर बनाना चाहिए इसके बजाए सरकार उन्हें बंद करने जा रही है ये फैसला बिलकुल गलत है।' वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस फैसले पर कहा था, 'उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने 27,764 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है अगर ऐसा हुआ तो दलित, पिछड़े, गरीब और समाज के शोषित और वंचित तबके के छात्र कहां पढ़ने जाएंगे ये फैसला बिलकुल गलत है मैं इसकी निंदा करती हूं।'
Updated 17:28 IST, December 11th 2024