Published 22:15 IST, November 7th 2024
कौन हैं भारतवंशी काश पटेल, जिन्हें माना जाता है Donald Trump का वफादार, बनेंगे CIA चीफ?
अमेरिका में एक बार फिर ट्रंप सरकार बन गई है। खबर आ रही है कि ट्रंप राष्ट्रपति पद संभालने के बाद अपने वफादार भारतवंशी काश पटेल को बड़ा ईनाम दे सकते हैं।
Who is Kash Patel considered a loyalist of Donald Trump : दुनिया के सबसे ताकतवर देश माने जाने वाले अमेरिका ( America ) में एक बार फिर ट्रंप कार्ड चला है। अमेरिका (America) में दूसरी बार ट्रंप (Trump) की सरकार बनी है। दुनिया गवाह है कि जब भी जिस पार्टी की सरकार बनती है, उसके नेताओं की लॉटरी लग जाती है।
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) तो फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति (US President) बने ही हैं, लेकिन उनके करीबियों की भी बल्ले-बल्ले हो गई है। ट्रंप (Trump) का मुकाबला इस बार काफी मजबूत उम्मीदवार से था। ट्रंप (Trump) अमेरिका (America) की मौजूदा उप राष्ट्रपति और डेमोक्राटिक पार्टी (Democratic) की बड़ी नेता कमला हैरिस से दो-दो हाथ कर रहे थे, मगर ट्रंप ने बाजी मार ली है। अब जब ट्रंप जीत गए हैं तो उनकी जीत के पीछे की वजहों पर बात हो रही है।
हम आपको बता दें कि ट्रंप को इस बार काफी सपोर्ट मिला। हॉलीवुड अभिनेताओं से लेकर WWE के दिग्गज पहलवानों तक, ट्रंप को सबका साथ मिला। यहां तक दुनिया के सबसे अमीर शख्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के मालिक एलन मस्क भी ट्रंप के खेमे में दिखे। वहीं भारतीय मूल के 4 नेताओं ने भी ट्रंप (Trump) को जिताने के लिए पूरा जोर लगा दिया और अब उनका इसका फल मिल सकता है। फिलहाल हम बात कर रहे हैं भारतवंशी काश पटेल की, जिन्हें ट्रंप का वफादार माना जाता है और अब ट्रंप सरकार में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
खुफिया मामलों के बड़े जानकार
44 साल के काश पटेल रक्षा और खुफिया मामलों के जानकार माने जाते हैं। उनके पास इस क्षेत्र में व्यापक अनुभव है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व रिपब्लिकन हाउस कर्मचारी काश पटेल को भी ट्रंप कैबिनेट में जगह मिल सकती है। उन्हें ट्रंप का कट्टर समर्थक माना जाता है। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप संभवतः आगामी हफ्तों में अपने मंत्रिमंडल को चुनने और अन्य उच्च रैंक वाले प्रशासनिक अधिकारियों को चुनने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। उच्च रैंकिंग पदों के लिए कुछ शीर्ष दावेदार ट्रंप के कट्टर सहयोगी जेमी डिमन, स्कॉट बेसेंट और जॉन पॉलसन हैं, हालांकि इस बीच संभावना है कि ट्रंप भारतवंशी कश्यप प्रमोद पटेल उर्फ 'काश' पटेल को एक प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा पद सौंपेंगे।
बन सकते हैं CIA चीफ
रिपब्लिकन हाउस के पूर्व कर्मचारी, जिन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान रक्षा और खुफिया विभागों में विभिन्न उच्च-रैंकिंग कर्मचारी की भूमिकाओं में काम किया, पटेल ट्रंप को जिताने के लिए निकाली गई कई रैलियों में दिखाई दिए। फिलहाल काश पटेल केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) के चीफ पद के प्रमुख दावेदार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप के कई सहयोगियों ने CIA प्रमुख के रूप में पटेल का नाम आगे बढ़ाया है, हालांकि सीनेट की पुष्टि की जरूरत वाले किसी भी पद के लिए एक चुनौती हो सकती है।
रक्षा सचिव के पूर्व चीफ आफ स्टाफ रहे
ट्रंप के वफादार माने जाने वाले पटेल को उनके कार्यकाल के दौरान ट्रंप की ओर से नियुक्त सलाहकारों के समूह में शीर्ष पद दिया गया था, जब वो यूक्रेन युद्ध के संबंध में आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। पटेल 2019 में हाउस इंटेलिजेंस कमेटी से राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्टाफ में थे और उन्होंने अमेरिका में मौजूद कई सुरक्षा और रक्षा मुद्दों पर अपने विचारों से ट्रंप को प्रभावित किया। वो ट्रंप के पिछले कार्यकाल में अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ रहे हैं। पटेल ने 2016 के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और रूसी हस्तक्षेप की जांच से लड़ने के रिपब्लिकन प्रयासों में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
काश पटेल का जन्म 1980 में गार्डन सिटी, न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता गुजराती हैं, जो कनाडा के रास्ते पूर्वी अफ्रीका से अमेरिका आकर बस गए थे। उनके पिता एक विमानन कंपनी में वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करते थे। पटेल ने लॉन्ग आइलैंड पर गार्डन सिटी हाई स्कूल से स्नातक की पढ़ाई की है। पटेल कोलंबिया जिले में रहते हैं। आइस हॉकी उनका पसंदीदा खेल है।
Updated 22:15 IST, November 7th 2024