Published 16:28 IST, November 6th 2024
US Election: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद चीन से पाकिस्तान तक मची खलबली, कहीं बाजार धड़ाम तो कहीं...
US Election: डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतते ही कई देशों में हड़कंप मच गया है। इनमें पाकिस्तान, ईरान, रूस, यूक्रेन, चीन और नॉर्थ कोरिया जैसे देश शामिल हैं।
USA Elections 2024: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में बंपर जीत हासिल की है। चुनाव में मिले जनादेश को उन्होंने अभूतपूर्व और शक्तिशाली करार देते हुए अमेरिका के लिए स्वर्णिम युग लाने का वादा किया। डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिद्वंदी कमला हैरिस कोई कमाल नहीं कर पाई हैं। अमेरिका की जनता ने रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप को देश का 47वां राष्ट्रपति चुना है। ट्रंप के समर्थन में 277 इलेक्टोरल वोट पड़े हैं। ट्रंप दूसरी बार व्हाइट हाउस में एंट्री करेंगे।
ट्रंप की जीत तब तय हो गई थी जब घोषणा की कि उन्होंने पेनसिल्वेनिया राज्य में जीत हासिल कर ली है, जहां 19 निर्वाचक मंडल वोट हैं। ट्रंप ने फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित पाम बीच कन्वेंशन सेंटर में बुधवार तड़के अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'यह अमेरिका के लिए वाकई स्वर्णिम युग होगा। यह शानदार जीत है जो हमें अमेरिका को फिर से महान बनाने में मदद करेगी।' इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और परिवार के अन्य सदस्य भी थे।
ईरान में घबराहट
डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतते ही कई देशों में हड़कंप भी मच गया है। इनमें पाकिस्तान, ईरान, रूस, यूक्रेन, चीन और नॉर्थ कोरिया जैसे देश शामिल हैं। सबसे पहले घबराहट तो ईरान की बढ़ गई है। क्योंकि ट्रंप हमेशा से ईरान पर नजर टेढ़ी किए हुए हैं, और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर निगाहें रही हैं। इजरायल को सीधा-सीधा ट्रंप ईरान के परमाणु ठिकाने तबाह करने की सलाह दे चुके है और इजरायल हमेशा से अमेरिका का पक्का दोस्त रहा है। अब देखना ये है कि ट्रंप के आने के बाद मिडिल ईस्ट का ये तनाव कितना बढ़ता है और ईरान पर ट्रंप का क्या रुख रहता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप जीत के करीब पहुंचने के बीच ईरान की मुद्रा रियाल बुधवार को अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गई। कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रियाल का भाव 7,03,000 हो गया। साल 2015 में दुनिया की ताकतों के साथ ईरान के परमाणु करार के समय एक रियाल का भाव एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32,000 था। ट्रंप 2018 में एकतरफा तरीके से इस करार से हट गए थे। इससे दोनों देशों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया, जो आज भी कायम है।
पाकिस्तान पर क्या होगा असर?
ट्रंप के सत्ता में आने से पाकिस्तान की हालत टाइट है। डोनाल्ड ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के तहत पाकिस्तान को सख्त शर्तों का सामना करना पड़ सकता है। पिछली बार जब ट्रंप सत्ता में थे, तो पाकिस्तान की 1.3 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता में कटौती की गई थी। पाकिस्तान के लिए दूसरी मुश्किल उसका सहयोगी चीन होगा। चीन के साथ आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना और अमेरिका के साथ रक्षा संबंधों को निभाना पाकिस्तान के लिए मुश्किल होगा। ट्रंप, चीन और पाकिस्तान की दोस्ती पर कड़ी नजर रख करते हैं।
पाकिस्तान, सीरिया और इराक ट्रंप के टारगेट पर हैं। वहीं चीन और नॉर्थ कोरिया भी टेंशन में आ गए हैं, क्योंकि ट्रंप की पॉलिसी हमेशा से अमेरिका के प्रति साफ रही है, और आज जीत के बाद ट्रंप कह भी चुके हैं कि अमेरिकी सेना की ताकत वो और भी बढ़ाएगें।
यूक्रेन के डिफेंस बजट में भारी कटौती संभव
वहीं पिछले तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप कह चुके हैं कि हम जंग रुकवाने के पैरोकार है, ट्रंप के आने से जेलेंस्की को सबसे बड़ा झटका लगा है। अब यूक्रेन को मिलने वाले डिफेंस बजट में भारी कटौती संभव है। अमेरिका से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई बंद हो सकती है। ट्रंप की कोशिश होगी की वो पुतिन को इनडायरेक्ट फायदा पहुंचाए। ट्रंप का मानना है कि नाटो में रहकर अमेरिका अरबों डॉलर बहाता है। ट्रंप नाटो से बाहर निकलने का फैसला ले सकते हैं।
Updated 16:28 IST, November 6th 2024