पब्लिश्ड 23:29 IST, January 20th 2025
BIG BREAKING: शपथ लेते ही बोले Trump- अमेरिका का स्वर्ण युग शुरू, हर दिन होगा 'अमेरिका फर्स्ट' के लिए कदम
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- 'अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा।
President Trump Speech Oath Ceremony: राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- ‘अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। मैं बहुत ही सरलता से अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा। हमारी संप्रभुता को पुनः प्राप्त किया जाएगा। हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी। न्याय के तराजू को फिर से संतुलित किया जाएगा। जस्टिस डिपार्टमेंट और हमारी सरकार का क्रूर, हिंसक और अनुचित हथियारीकरण समाप्त हो जाएगा।’
अमेरिका में एक बार फिर ट्रंप युग की शुरुआत हो गई है। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। वाशिंगटन डीसी में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ, जिसमें कई देशों की हस्तियां ने शिरकत की। मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने डोनाल्ड ट्रम्प को 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई। वहीं, जेडी वेंस ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।
जयशंकर ने की समारोह में शिरकत
समारोह में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले, हंगरी से विक्टर ऑर्बन और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली शामिल हुए। वहीं, भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर इस समारोह में शिरकत की। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी भी समारोह का हिस्सा बनें। ट्रंप के शपथ ग्रहण में एलन मस्क के अलावा व्यापार जगत के कई दिग्गज शामिल हुए। इसमें फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग, अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस भी पहुंचे।
'फिर से दुनिया की सबसे मजबूत सेना बनाएंगे', बोले ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'हम फिर से दुनिया की सबसे मजबूत सेना बनाएंगे। हम अपनी सफलता को न केवल उन लड़ाइयों से मापेंगे जिन्हें हम जीतेंगे, बल्कि उन युद्धों से भी मापेंगे जिन्हें हम समाप्त करेंगे और शायद उस युद्ध से भी जिसमें हम कभी शामिल नहीं होंगे।'
लॉस एंजिल्स की आग पर ट्रंप ने कहा, ‘हम ऐसा नहीं होने दे सकते। हमारे पास एक पब्लिक हेल्थ सिस्टम है जो आपदा के समय काम नहीं करती है, फिर भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में इस पर अधिक पैसा खर्च किया जाता है। हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म करना और हमारे देश से नफरत करना सिखाती है। यह सब आज से ही बदल जाएगा।’
अपडेटेड 23:51 IST, January 20th 2025