Published 19:43 IST, December 6th 2024
कंठ तक कर्ज में डूबा PAK, भीख को भी समझ रहा रहम... सऊदी अरब ने बढ़ाई मोहलत तो दे रहा दोस्ती की दुहाई
Pakistan News: सऊदी अरब ने पाकिस्तान के लिए कर्ज चुकाने की अवधि को एक और साल बढ़ा दिया है। तरस खाकर बढ़ाई गई समय सीमा को बेशर्म पाकिस्तान दोस्ती बता रहा है।
Pakistan Worlds Debt: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। अर्थव्यवस्था की हालत इतनी खराब है कि कर्ज की किस्त चुकाने के लिए भी उसे नया कर्ज लेना पड़ा रहा है। इससे भी बड़ी मुश्किल ये है कि दुनिया भर में कटोरा लेकर घूमने पर भी कोई भीख देने वाला नहीं मिलता। हर रोज कंगाली के नए आयाम छूने वाली पाकिस्तान सरकार को देश चलाने के लिए कई देशों से कर्ज लेना पड़ा है। अब हालात ऐसे आ गए हैं कि कर्जदाता तरस खाकर कर्ज चुकाने की अवधि बढ़ाने लगे हैं।
सऊदी अरब ने पाकिस्तान के लिए तीन अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज चुकाने की अवधि को एक और साल के लिए बढ़ा दिया है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने जानकारी देते हुए कहा कि नकदी की कमी से जूझ रहा देश ऋण का भुगतान नहीं कर सका है। सऊदी अरब को कर्ज चुकाने की समय सीमा गुरुवार को खत्म हो रही थी। तरस खाकर बढ़ाई गई समय सीमा को बेशर्म पाकिस्तान दोस्ती बता रहा है।
2021 में लिए 3 अरब डॉलर
पाकिस्तान ने सऊदी अरब से एक साल के लिए 2021 में कर्ज लिया था, इसके बाद से लगातार माली हालत का रोना रोकर हर साल समय सीमा को आगे बढ़ा रहा है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने अपनी माली हालत का हवाला देते हुए कहा कि सऊदी अरब ने शाही निर्देश के अनुसार 2021 में एक साल के लिए तीन अरब डॉलर दिए थे और बाद में इसे 2022 और फिर 2023 में आगे बढ़ाया।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि कहा कि कर्ज चुकाने की अवधि बढ़ाने से दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का पता चलता है। पाकिस्तान को अगले साल जून तक सऊदी अरब, चीन और संयुक्त अरब अमीरात को कम से कम 13 अरब डॉलर का भुगतान करना है।
चीन ने दिया सबसे अधिक कर्ज
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने के मामले में चीन पहले नंबर पर है। उसने सबसे अधिक करीब 29 अरब डॉलर का कर्ज दिया है। वहीं सऊदी अरब करीब 9.16 अरब डॉलर के कर्ज के साथ दूसरे स्थान पर है। हालांकि, पाकिस्तान के कुल विदेशी ऋण में चीन की हिस्सेदारी घटी है। यह 2023 में 25 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 22 प्रतिशत पर आ गई है। जबकि सऊदी अरब की हिस्सेदारी 2023 में 2 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 7 प्रतिशत पर आ गई।
करीब 131 अरब अमेरिकी डॉलर कर्ज
विश्व बैंक ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ऋण रिपोर्ट 2024 जारी की है। जिसके अनुसार पाकिस्तान इस साल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से सबसे अधिक कर्ज लेने वाले शीर्ष तीन देशों में शामिल रहा। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान का निर्यात और राजस्व के अनुपात में कुल ऋण कमजोर राजकोषीय स्थिति का संकेत है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान का कुल वैश्विक ऋण (आईएमएफ से प्राप्त ऋण सहित) 2023 में 130.85 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो इसके कुल निर्यात का 352 प्रतिशत और सकल राष्ट्रीय आय (GNI) का 39 प्रतिशत है।
Updated 19:43 IST, December 6th 2024