अपडेटेड 21 May 2023 at 11:25 IST

क्या है वो खास परंपरा, जिसे PM Modi के लिए तोड़ने वाला है पापुआ न्यू गिनी; भारतीय PM का दौरा होगा बेहद खास

जापान की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी अब पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) पहुंचने वाले हैं। मोदी के स्वागत में पापुआ न्यू गिनी अपनी वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ने वाला है।

Narendra Modi
Narendra Modi | Image: self

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का डंका पूरी दुनिया में सुनाई पड़ रहा है। पूरी दुनिया बांहें फैलाए प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में खड़ी है। तीन दिनों की मौजूदा यात्रा इसका सबूत है, जहां विश्व की महाशक्तियां प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के आगे नतमस्तक दिखी हैं। जापान के हिरोशिमा (Hiroshima) में G7 देशों का समिट हो रहा है और भारत इसका हिस्सा भी नहीं है, बावजूद इसके प्रधानमंत्री मोदी के लिए यहां से विशेष बुलावा आया। देश के लिए गौरव की बात यह है कि भारत को जी7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) के लिए लगातार आमंत्रण मिल रहे हैं। इस आमंत्रण पर मोदी हिरोशिमा पहुंचे हैं, तो दुनिया के शक्तिशाली नेता उनके मुरीद हो गए। इतना ही नहीं, जापान से प्रधानमंत्री मोदी अब पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) पहुंचने वाले हैं। अब मोदी के लिए ही पापुआ न्यू गिनी अपनी वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए औपचारिक स्वागत करने वाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी जापान के हिरोशिमा में मौजूद हैं। यहां से उन्हें पापुआ न्यू गिनी की यात्रा पर जाना है। अहम बात ये है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रशांत द्वीप देश पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा है। पीएम नरेंद्र मोदी के देश आगमन पर पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री उनकी अगवानी करने आएंगे। खास बात ये है कि मोदी के स्वागत के लिए पापुआ न्यू गिनी अपनी परंपरा तोड़ने जा रहा है। बताया जाता है कि आम तौर पर प्रशांत देश पापुआ न्यू गिनी सूर्यास्त के बाद आने वाले किसी भी नेता का औपचारिक स्वागत नहीं करता है, लेकिन पीएम मोदी के लिए एक विशेष अपवाद बनाया जा रहा है और उनका पूर्ण औपचारिक स्वागत किया जाएगा।

भारत के लिए अहम पापुआ न्यू गिनी की यात्रा

बताएं कि साल 1981 में पहली बार कोई प्रधानमंत्री प्रशांत द्वीप देश की यात्रा पर गया है। उस समय इंदिरा गांधी ने फिजी देश का दौरा किया था। हालांकि इंदिरा गांधी की ऐतिहासिक यात्रा के 33 साल के बाद 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फिजी का दौरा करने पहुंचे थे। अब 9 साल बाद फिर से पीएम मोदी प्रशांत द्वीप देश पापुआ न्यू गिनी पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि उनकी ये यात्रा भारत और प्रशांत देशों के साथ रिश्तों को नए सिरे से आगे बढ़ाने की पहल होगी। 

भारत और प्रशांत देशों के रणनीतिक रिश्ते मौजूदा दौर को देखते हुए काफी अहम माने जा रहे हैं। इसकी वजह ये है कि चीन यहां भी चीन अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। कुछ वक्त पहले चीन के राष्ट्रपति भी पापुआ न्यू गिनी के दौरे पर गए थे। पूरे क्षेत्र में चीन का बढ़ता प्रभाव को देखते हुए भारत की नजर पप्पुआ न्यू गिनी पर है।

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PM Modi शिखर सम्मेलन में होंगे शामिल

अपनी पापुआ न्यू गिनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी सोमवार को फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC III समिट) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। पापुआ न्यू गिनी के समकक्ष जेम्स मारापे भी होंगे। FIPIC समिट में 14 देशों के नेता भाग लेंगे। आम तौर पर कनेक्टिविटी और अन्य मुद्दों के कारण ये सभी शायद ही कभी एक साथ मिलते हैं। FIPIC को 2014 में पीएम मोदी की फिजी यात्रा के दौरान लॉन्च किया गया था। एफआईपीआईसी की व्यस्तताओं के अलावा पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे, प्रधान मंत्री मारापे और शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले पीआईसी के कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 21 May 2023 at 11:24 IST