Published 12:15 IST, September 18th 2024
EXPLAINER/ क्या है पेजर, जिससे लेबनान में हुआ सीरियल ब्लास्ट, किन देशों में हो रहा इस्तेमाल? जानिए सबकुछ
पेजर दो तरह के होते हैं एक वनवे पेजर जिसमें हम केवल मैसेज रिसीव कर सकते हैं दूसरा टू वे पेजर जिसमें हम मैसेज रिसीव करने के साथ मैसेज भेज भी सकते हैं।
Lebanon Pagers Explosion: मंगलवार (17 सितंबर) को लेबनान और सीरिया के कई इलाकों में सीरियल धमाके हुए। इन धमाकों में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 हजार से भी ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। इन धमाकों में पेजर का इस्तेमाल किया है। पेजर एक कम्युनिकेशन डिवाइस है इसके बारे में नई पीढ़ी के लोगों को कम जानकारी होगी। क्योंकि मोबाइल के आने के बाद से पेजर का उपयोग लगभग खत्म हो गया है। आकिर क्या होता है पेजर? जिसके बारे में हर किसी को जानने की उत्सुकता है। वहीं धमाकों की जांच के लिए इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां जुट गई हैं आखिर इसके पीछे किसकी साजिश है?
आपको बता दें कि अब से लगभग 3 से 4 दशक पहले 80-90 के दौर में पेजर का इस्तेमाल एक वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस के तौर पर किया जाता था। इसकी मदद से हम मैसेज भेजने और रिसीव करने का काम किया करते थे। इसे आसान भाषा में बीपर भी कहते हैं। जब मोबाइल का यूज नहीं था तब पेजर का यूज काफी लोग किया करते थे। आइए हम आपको बताते हैं कि क्या होता है पेजर और किन देशों में बड़े स्तर पर इसका प्रयोग अभी भी किया जा रहा है। लेबनान सीरियल ब्लास्ट में आखिर पेजर का ही क्यों किया गया इस्तेमाल इन सभी सवालों के जवाब हम आपको देने जा रहे हैं।
क्या होता है पेजर, कैसे करते हैं इसका इस्तेमाल?
पेजर एक वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस होती है इसका ज्यादातर इस्तेमाल बेस स्टेशन या किसी सेंट्रल डिस्पैच से रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से संदेश भेजने और संदेश रिसीव करने के लिए किया जाता है। पेजर से हम फोन नंबर अल्फान्यूमेरिक जैसे मैसेज या फिर टेक्स्ट मैसेज भेज सकते हैं। पेजर पर संदेश भेजने के लिए टू-वे पेजर्स का इस्तेमाल किया जाता है। जब कोई संदेश पेजर धारक को आता है तो उसके पेजर पर वाइब्रेशन के साथ घंटी बजती है। ये मोबाइल नेटवर्क पर आधारित नहीं होता है इसलिए इसे मोबाइल से बेहतर कम्युनिकेटर माना जाता है। पेजर की बैट्री स्ट्रांग होती है ये एक चार्ज में ही सप्ताह भर तक चलता है। पेजर दो तरह के होते हैं एक वनवे पेजर जिसमें हम केवल मैसेज रिसीव कर सकते हैं दूसरा टू वे पेजर जिसमें हम मैसेज रिसीव करने के साथ मैसेज भेज भी सकते हैं।
आज भी इन देशों में होता है पेजर का इस्तेमाल
पेजर इस्तेमाल करने की बात अगर हम अपने देश यानि कि भारत की बात करें तो यहां तो पेजर का इस्तेमाल लगभग खत्म ही हो चुका है। लेट 80 से 90 के दशक में पेजर भारत में वायरलेस कम्युनिकेशन के तौर पर एक लोकप्रिय इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस थी, लेकिन मोबाइल के बढ़ते विस्तार ने पेजर को अब अवशेषी बना दिया है। मौजूदा समय में अगर हम पेजर के इस्तेमाल करने वाले देशों की बात करें तो इसमें ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा,जापान और स्विट्जरलैंड जैसे देशों में इसका उपयोग देखने को मिलता है। आमतौर पर पेजर का इस्तेमाल अब अस्पताल और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में किया जा रहा है। जिन देशों में इंटरनेट की कवरेज बहुत कमजोर है वहां अभी भी पेजर का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
Hezbollah के लड़ाकों ने किया पेजर का इस्तेमाल
हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह ने अपने लड़ाकों को मोबाइल न इस्तेमाल करने की सख्त हिदायत दे रखी थी। इसके पीछे वो इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की निगरानी से बचने का तर्क देता था। मोसाद मोबाइल को ट्रैक कर उनकी गतिविधियों पर नजर रख सकती है। हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो मोबाइल की तुलना में पेजर को हैक करना ज्यादा आसान है। इसके बावजूद भी हिजबुल्ला के लड़ाके इसका इस्तेमाल कर रहे थे। पेजर की सुरक्षा व्यवस्था भी सीमित होती है। पेजर को इंटरसेप्ट करना आसान होता है। इसका सबसे खास फीचर ये है कि मोबाइल नेटवर्क के बिना भी काम कर सकता है। ये ही वजह है कि आज भी इसका इस्तेमाल होता है।
स्पाइवेयर के इस्तेमाल की आशंका
पूरे लेबनान के अलग-अलग इलाकों में अचानक से लोगों के हाथ में पेजर में धमाके हुए हैं। हिजबुल्लाह ने अपने लड़ाकू को तमाम कम्युनिकेशन डिवाइस फेंकने के लिए कहा है। हिजबुल्ला के एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस (AP) को बताया कि 'समूह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 'हैंडहेल्ड पेजर' के नए ब्रांड पहले गर्म हुए, फिर उनमें विस्फोट हो गया।' आशंका जताई जा रही है कि इन धमाकों के लिए किसी तरह का स्पाइवेयर इस्तेमाल किया गया है, जिसके जरिए बड़ी संख्या में लेबनान में कम्युनिकेशन डिवाइस को हैक किया गया और फिर उसमें विस्फोट कराया गया।
Updated 12:15 IST, September 18th 2024