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Published 00:23 IST, October 28th 2024

हिजबुल्लाह पर कहर बनकर टूटा IDF, 3 कमांडरों को उतारा मौत के घाट; क्या टूट गई ईरान की कमर?

हिजबुल्लाह आतंकियों का संपूर्ण विनाश करने के लिए इजरायल लगातार सैन्य अभियान चला रहा। IDF ने रविवार को हिजबुल्लाह के 3 बड़े कमांडरों को मार गिराया।

Reported by: Digital Desk
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Israel Iran War
मिडिल ईस्ट में महायुद्ध! | Image: AP

Israel Iran war: मिडिल ईस्ट युद्ध की आग में जल रहा है, हर रोज मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इजरायल के अटैक के बाद ईरान ने साफ कर दिया है कि वो चुप नहीं बैठेगा बल्कि बदला लेगा। यानि ईरान फिर से इजरायल पर मिसाइल अटैक करेगा, तो फिर इजरायल बम बरसाएगा। इजरायल और ईरान के बीच जारी टेंशन का असर सात समंदर पार अमेरिका में भी दिख  रहा है। दोनों देशों के युद्ध का ग्लोबल इपैक्ट होने के डर से अमेरिका भी अब इस युद्ध को खत्म करना चाहता है। दूसरी तरफ इजरायल अपने दुश्मनों के खिलाफ कई मोर्चों पर डटकर खड़ा है।

हिजबुल्लाह आतंकियों का संपूर्ण विनाश करने के लिए इजरायल लगातार सैन्य अभियान चला रहा। IDF ने हिजबुल्लाह के 3 बड़े कमांडरों को मार गिराया। इजरायली वायु सेना ने लेबनान के बिंट जेबिल इलाके में हिजबुल्लाह कमांडर अहमद जाफर माटौक को एक एयर स्ट्राइक में मार गिराया। इसके बाद बिंट जेबिल इलाके में ही माटौक के उत्तराधिकारी और उसके हिजबुल्लाह के तोपखाने के प्रमुख को भी ढेर कर दिया।

कई आतंकवादी हमलों को दिया अंजाम

इजरायली सेना के मुताबिक इन तीनों आतंकियों ने इजरायल के खिलाफ कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था। इन आतंकियों ने दक्षिणी लेबनान से सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले इजरायली नागरिकों और IDF सैनिकों पर टैंक रोधी मिसाइलें दागीं थीं, जिसमें कई लोग मारे गए थे।

ईरान से लिया बदला

वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने आखिरकार ईरान से अपना बदला पूरा कर लिया। 25 और 26 अक्टूबर के बीच की रात इजरायल ने ईरान पर सीधा हमला कर दिया। पहली बार इजरायल ने खुलेआम ईरान की धरती पर बमबारी की और इसका ऐलान भी किया। इजरायली लड़ाकू विमानों ने राजधानी तेहरान समेत ईरान के कई शहरों पर भयानक हमले किए। कई घंटों तक ईरानी आसमान में इजरायली लड़ाकू विमानों का राज था और इस दौरान विमानों ने पहले से तय गए ठिकानों पर बम बरसाए।

पारचिन और पासंद बेस तबाह

ईरान पर नजर रखने वाले जानकारों के मुताबिक इजरायल के निशाने पर मुख्यत ईरानी सैन्य ठिकाने और उसके हथियार डिपो थे। इजरायल ने ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल की फैक्ट्री को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। इस फैक्ट्री को चालू करने में ईरान को दो साल तक का समय लग सकता है। तेहरान के पास मौजूद पारचिन बेस, बैलिस्टिक मिसाइलों के लिहाज से बेहद अहम था। दावा है कि पारचिन और पासंद बेस पर मिसाइलों से जुड़े पुर्जों का निर्माण होता था। इसके अलावा इन दोनों बेस पर ड्रोन रिसर्च का काम भी होने का दावा किया जा रहा है। इजरायल के निशाने पर इन दोनों मिलिट्री बेस को निशाना बनाया है।

अमेरिका भी हुआ एक्टिव

माना जा रहा है कि अब ईरान दूसरी बार इजरायल पर सीधा हमला बोल सकता है। जिससे युद्ध की इस आग को और भड़कने की आशंका पैदा हो गई है। युद्ध की आशंका के बीच अमेरिका भी एक्टिव हो गया है। अमेरिका ने ईरान को इजरायल पर पलटवार ना करने की नसीहत दी है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ईरान को चेतावनी दी है कि 'ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने से बचना चाहिए। हमले का फैसला ईरान की बड़ी गलती साबित होगा। ईरान का ऐसा कोई कदम दोनों देशों के बीच के तनाव को और बढ़ाएगा।'

ईरान और इजरायल ताजा विवाद के बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई का बयान भी सामने आया है। खामेनेई ने कहा कि 'दुश्मन को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। इजरायल ने ईरान को कमजोर समझने की गलती की है।'

मिडिल ईस्ट का सबसे बड़ा मिसाइल उत्पादक

आप को बता दें कि ईरान मिडिल ईस्ट का सबसे बड़ा मिसाइल उत्पादक देश है। इजरायल के ऊपर भी उसने कुछ ही घंटों के भीतर 200 बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया था। दावा किया जाता है कि ईरान ना सिर्फ मिलाइल और ड्रोन बनाता है, बल्कि अपने दोस्तों को भी उसकी सप्लाई करता है। दावा है कि ईरान रूस को मिसाइल सप्लाई करता है, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में किया जा रहा है। इसके अलावा हूती और हिजबुल्लाह को भी घातक ड्रोन देता रहता है। 

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Updated 00:23 IST, October 28th 2024