पब्लिश्ड 11:23 IST, June 13th 2024
G-7 Summit 2024: इटली में मिल सकते हैं मोदी-बाइडेन... भारतीय PM का ये दौरा कितना है खास?
PM नरेंद्र मोदी जी-7 सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली जाने वाले हैं। जी7 सम्मेलन में भारत की 11वीं भागीदारी होगी, जबकि मोदी की लगातार 5वीं भागीदारी होगी।
PM Modi Italy Visit: 13 से इटली में दुनिया के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगने वाला है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इटली पहुंचने वाले हैं। उसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी इटली आना हो रहा है। संभावनाएं हैं कि यहां भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की मुलाकात हो सकती है। 13 से 15 जून तक इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन होगा। इसमें जी-7 देशों के नेताओं को हिस्सा लेना है।
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान मिलने की उम्मीद है। अमेरिका के एनएसए जेक सुलिवन ने जोर दिया कि दोनों नेताओं ने उस समय बात की, जब बाइडेन ने पीएम मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। सुलिवन ने कहा कि उन्हें (बाइडेन को) उम्मीद है कि वो प्रधानमंत्री मोदी को यहां देखेंगे। औपचारिक रूप से उनकी उपस्थिति की पुष्टि करना भारतीयों पर निर्भर है, लेकिन हमारी उम्मीद है कि उन दोनों को एक-दूसरे से मिलने का अवसर मिलेगा।
G-7 में 5वीं बार शामिल होंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली का दौरा करने वाले हैं। जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं भागीदारी होगी और प्रधानमंत्री मोदी की जी7 शिखर सम्मेलन में लगातार पांचवीं भागीदारी होगी। इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के जी7 के नेताओं के साथ-साथ आउटरीच देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय बैठकें और चर्चाएं करने की भी उम्मीद है। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बुधवार को इटली में शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी की पुष्टि करते हुए कहा कि इससे उन्हें जी-7 शिखर सम्मेलन में उपस्थित अन्य विश्व नेताओं के साथ भारत और वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा।
तीसरी बार सत्ता में लौटने पर पहली विदेश यात्रा
नरेंद्र मोदी की ये तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद पहली विदेश यात्रा होगी। 4 जून को भारत में लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी नीत एनडीए को बहुमत मिला। उसके बाद 9 जून नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इस जी-7 शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी बहुत ही महत्वपूर्ण होगी। वो इसलिए कि हाल ही में आयोजित जी-20 की अध्यक्षता कहते हुए भारत ने कई विवादास्पद मुद्दों पर वैश्विक सहमति बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। भारत ने अब तक वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के दो सत्रों का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य वैश्विक मंच पर ग्लोबल साउथ के हितों, प्राथमिकताओं और चिंताओं को सामने लाना है।
अपडेटेड 12:55 IST, June 13th 2024