Published 07:57 IST, September 24th 2024
IDF ने लेबनान में बरसाई 'मौत'! हमले में 492 की मौत; इजरायल में 1 हफ्ते की इमरजेंसी घोषित
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हमलों का सिलसिला जारी है। हिजब्बुलाह पर भीषण हमले के बाद इजरायल ने अपने देश में इमरजेंसी घोषित कर दी है।
Israel -Hezbollah Conflict: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हमलों का सिलसिला जारी है। मिडिल ईस्ट में इस वक्त काफी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हिजबुल्लाह पर भीषण हमले के बाद इजरायल ने अपने देश में इमरजेंसी घोषित कर दी है। यह इमरजेंसी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। 30 सितंबर तक पूरे देश में 'स्पेशल होम फ्रंट सिचुएशन' की घोषणा की गई है।
इजरायल के स्टेट ब्रॉडकास्टर्स की ओर से इमरजेंसी के ऐलान की जानकारी दी गई है। बताया गया है कि इजरायली सरकार ने 30 सितंबर तक पूरे इजरायल में 'स्पेशल होम फ्रंट सिचुएशन'- आपातकाल की स्थिति- घोषित की है। जान लें कि इस तरह की स्थिति तब आती है जब नागरिकों पर हमला होने की अत्याधिक संभावना होती है।
लेबनान में बढ़ा मृतकों का आंकड़ा
इजरायली डिफेंस फोर्स की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार IDF ने सोमवार को सुबह से शुरू हुए हवाई हमलों की श्रृंखला में लेबनान में 300 से ज्यादा हिजबुल्लाह ठिकानों को निशाना बनाया है। सेना ने एक बयान में कहा, "सोमवार सुबह से अब तक 300 से ज्यादा हिजबुल्लाह ठिकानों को निशाना बनाया गया है।" इससे पहले IDF ने कहा था कि सुबह 6:30 बजे (3:30 GMT) से 7:30 बजे के बीच सिर्फ एक घंटे के भीतर 150 से ज्यादा हवाई हमले किए गए।
बताया जा रहा है कि लेबनान में हुए इजराइली हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 492 हो गई है, जबकि 1024 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें महिलाएं, बच्चों और डॉक्टरों के बड़ी संख्या में शामिल होने की बात सामने आई है। मालूम हो कि रविवार को हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने सोमवार को लेबनान में बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू किए। ऐसे में इजरायली सेना का दावा है कि दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के 300 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की चेतावनी
वहीं हिजबुल्लाह और हमास से जारी जंग के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने इसमें कहा है, 'मैं लेबनान के लोगों को एक संदेश देना चाहता हूं। इजरायल की लड़ाई लेबनान के लोगों के साथ नहीं है, बल्कि हिजबुल्लाह के साथ है। हिजबुल्लाह लंबे समय से आप लोगों का ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। वह आपके लिविंग रूम में रॉकेट और गैराज में मिसाइल रख रहा है। इन रॉकेट और मिसाइल से वह सीधे तौर पर हमारे शहरों और नागरिकों को निशाना बनाते हुए हमले कर रहा है। हिजब्बुलाह स्ट्राइक से अपने नागरिकों को बचाने और अपने लोगों की रक्षा के लिए हमें यह हथियार निकालने होंगे।'
बेंजामिन नेतन्याहू ने आगे कहा, 'आईडीएफ ने आपको खतरे से बाहर निकलने की चेतावनी दी है। मैं आपसे इस चेतावनी को गंभीरता से लेने का आग्रह करता हूं। हिजब्बुलाह को अपने और अपने प्रियजनों के जीवन को खतरे में न डालने दें। हिजब्बुलाह को अपने लेबनान को खतरे में न डालने दें। कृपया अब खतरे से बाहर निकल जाएं। एक बार हमारा ऑपरेशन समाप्त हो जाने के बाद, आप सुरक्षित रूप से अपने घरों में वापस आ सकेंगे।'
2006 के इजरायल-हिजबुल्ला युद्ध के बाद सबसे घातक हमला
बता दें कि यह हमला 2006 के इजरायल-हिजबुल्ला युद्ध के बाद सबसे घातक है। हमलों में अब तक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या 2020 में बेरूत के बंदरगाह पर हुए विनाशकारी विस्फोट के मृतकों से अधिक है। उस वक्त एक गोदाम में रखे गए सैकड़ों टन 'अमोनियम नाइट्रेट' में विस्फोट हो गया, जिसमें कम से कम 218 लोग मारे गए और 6,000 से अधिक घायल हो गए थे।
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Updated 08:34 IST, September 24th 2024