पब्लिश्ड 20:41 IST, January 7th 2025
Earthquake News: जब 6 घंटे में 14 बार कांपी धरती, तिब्बत में कुदरत का कहर ने कैसे बिछा दी लाशें, अबतक 95 मौतें
नेपाल से सटे तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र में मंगलवार की सुबह 7.1 रिक्टर स्केल के भूकंप ने तबाही मचा दी। भूकंप में मरने वालों की संख्या 95 पहुंच गई है।
Earthquake News: नेपाल से सटे तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र में मंगलवार की सुबह 7.1 रिक्टर स्केल के भूकंप ने तबाही मचा दी। भूकंप में मरने वालों की संख्या 95 पहुंच गई है। भूकंप की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छह घंटे में 14 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहला भूकंप सुबह 5:41 बजे 4.2 की तीव्रता से आया। इसके बाद दूसरा भूकंप 7.1 की तीव्रता से था। भूकंप का सिलसिला थमा नहीं और तिब्बत में लाशों का अंबार लग गया।
चीनी मीडिया के अनुसार, सबसे ज्यादा और तेज झटके डिंगरी काउंटी में महसूस किए गए थे। तिब्बत में अभी भी कुछ लोग मलबे में फंसे है और बचाव अभियान चल रहा है। भूपंक के झटके नेपाल, भारत, बांग्लादेश और भूटान के कई हिस्सों में महसूस किए गए। सिक्किम समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू में भूकंप के तेज झटके महसूस। लोग अपने घरों से घबरा कर बाहर निकल गए।
भूकंप से माउंट एवरेस्ट का नेपाल बेस कैंप भी कांपा
भूकंप का केंद्र नेपाल के सोलुखुम्बु जिले में था, जो चीन की सीमा के पास स्थित है। भूकंप के झटकों ने 2015 में काठमांडू के पास आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप की यादें ताजा कर दीं, जिसमें लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग घायल हो गए थे। स्थानीय जिला अधिकारी, रुपेश विश्वकर्मा ने बताया, “झटके बहुत तेज थे, निश्चित रूप से हर कोई घबरा गया है।” उन्होंने कहा, “माउंट एवरेस्ट के नेपाल बेस कैंप के पास एक याक फार्म में सब कुछ हिल रहा था और कर्मचारी बहुत डरे हुए थे।”
भूकंप के बाद करीब 50 आफ्टरशॉक्स भी आए
चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार दोपहर तक कुल 49 आफ्टरशॉक्स दर्ज किए गए। भूकंप के बाद एक बयान में शी जिनपिंग ने अधिकारियों से कहा कि वे बचे हुए लोगों की खोज और बचाव के लिए पूरी कोशिश करें, हताहतों की संख्या को कम करें, प्रभावित निवासियों को सही तरीके से इकट्ठा करें, और सर्दी के ठंड में उनकी सुरक्षा और गर्मी सुनिश्चित करें।
चीन ने माउंट एवरेस्ट के रमणीय क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए बंद किया
चीन ने मंगलवार को तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के डिंगरी काउंटी में आये भूकंप के बाद माउंट एवरेस्ट के अपने हिस्से के रमणीय क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया। माउंट एवरेस्ट को माउंट क्यूमोलंगमा के नाम से भी जाना जाता है। डिंगरी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का आधार शिविर है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, भूकंप के बाद कर्मचारी और पर्यटक सुरक्षित हैं।
अपडेटेड 20:41 IST, January 7th 2025