पब्लिश्ड 14:46 IST, January 18th 2025
Mahakumbh: महाकुंभ में वायरल हुए IITian बाबा की कितनी थी सैलरी? 4 साल तक गर्लफ्रेंड रही, फिर क्यों छोड़ा साथ? पूरी कहानी...
अभय ने एक इंटरव्यू में यह भी बताया कि उनकी एक गर्लफ्रेंड थी और दोनों करीब 4 साल तक एक साथ रहे, लेकिन बात कभी शादी तक बात नहीं पहुंच पाई।
Mahakumbh 2025 Viral IITian Baba: महाकुंभ 2025 से कई चेहरे इस वक्त इंटरनेट पर छाए हुए हैं। फिर चाहे वो खूबसूरत साध्वी हर्षा रिछारिया हो या माला बेचने वाली नीलीं आंखों वाली लड़की मोनालिसा। सोशल मीडिया पर इनके खूब चर्चे हो रहे हैं। इस बीच महाकुंभ में IITian बाबा अभय सिंह ग्रेवाल की अनोखी कहानी ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इंजीनियर से संन्यासी बनने की अनोखी स्टोरी काफी सुर्खियां बटोर रही हैं।
घर-परिवार, लाखों की नौकरी छोड़ अध्यात्म के रास्ते पर चल पड़े अभय सिंह ग्रेवाल ने जब अपनी कहानी एक इंटरव्यू में बताई तो एकाएक वह चर्चाएं बटोरने लगी। देखते ही देखते वह IITian वाले बाबा के नाम से मशहूर भी हो गए।
लाखों में लगी थी नौकरी
हरियाणा के रहने वाले अभय सिंह ग्रेवाल ने बताया कि IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग की है। उनका सब्जेक्ट एयरोस्पेस था। इंटरव्यू में अभय सिंह ने दावा किया कि IIT बॉम्बे से पढ़ाई पूरी करने के बाद कैंपेस इंटरव्यू में उनका सिलेक्शन हो गया और लाखों के पैकेज की नौकरी भी लग गई।
अभय ने कनाडा की एक कंपनी में काम किया, जहां उनका पैकेज 36 लाख रुपये सालाना का था। बाद में वह भारत लौट आए। अभय को स्कूल के दिनों से ही फोटोग्राफी का भी काफी शौक था। खासतौर पर उन्हें ट्रैवेल फोटोग्राफी पसंद थी। इसके लिए उन्होंने कोर्स भी किया।
कोचिंग सेंटर भी खोला, कहीं नहीं मिली शांति
जिंदगी को लेकर अभय की फिलॉसफी बदलने लगी थी। कुछ समय के लिए बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्होंने अपना एक कोचिंग सेंटर भी खोला और फिजिक्स पढ़ाया करते थे। सबकुछ करने के बाद भी उन्हें मानसिक शांति नहीं मिली, जिसकी वह तलाश में थे। धीरे-धीरे उनका इंट्रेस्ट अध्यात्म की ओर बढ़ने लगा।
क्यों तोड़ा गर्लफ्रेंड से रिश्ता?
ऐसा नहीं है कि अभय सिंह को कभी प्यार नहीं हुआ। उन्होंने एक इंटरव्यू में यह भी बताया कि उनकी एक गर्लफ्रेंड थी और दोनों करीब 4 साल तक एक साथ रहे, लेकिन बात कभी शादी तक बात नहीं पहुंच पाई। दरअसल, अभय ने अपने माता-पिता के झगड़ों के चलते शादी न करने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा कि जिंदगी में वही सब झगड़े होते। इसलिए अच्छा है अकेले रहो और खुश रहो।
अभय ने बताया था कि बचपन से मां-बाप के झगड़ों ने उनकी जिंदगी पर गहरा असर डाला। उन्होंने बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड को यही कहते थे कि मैं शादी कर तो लूं, लेकिन नहीं जानता कि इसे निभाते कैसे है। मैंने एक फिल्म भी बनाई, जिससे मेरी बचपन की सभी यादें फिर ताजा हो गईं। फिर मैंने उस रिश्ते को खत्म कर दिया। मैं फीलिंगलेस हो गया था।
अब भगवान शिव को समर्पित कर दिया पूरा जीवन
अब अभय सिंह का कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी भगवान शिव को समर्पित कर दी है। वह कहते हैं कि अब अध्यात्मिकता में उन्हें सच में सुख और शांति मिल रही है। वह अब साइंस के माध्यम से आध्यात्म को समझने की कोशिश कर रहे हैं और उसकी गहराइयों में जा रहे हैं।
अपडेटेड 14:46 IST, January 18th 2025