हमास के खिलाफ जंग होगी तेज? इजरायल के पास पहुंचा अमेरिकी नौसेना का विमानवाहक पोत गेराल्ड आर फोर्ड
इजरायल और हमास आतंकवादियों के बीच युद्ध दिनों दिन और खौफनाक हो रहा है। आतंकवादी हमले बढ़ रहे हैं, तो जवाब में इजरायल रॉकेट और बमों की बौछार से गाजा को मलबे के ढेर में बदल रहा है। 5 दिन बीत हो चुके हैं, लेकिन जंग का अंत दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। इसके उलट अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों के इजरायल के करीब पहुंचने के बाद ये जंग तेजी की ओर बढ़ चली है।
खबर में आगे पढ़ें:-
- हमास के खिलाफ इजरायल को अमेरिकी मदद
- अमेरिकी युद्धपोत कितना है खतरनाक?
- गेराल्ड आर फोर्ड का असली काम क्या?
इजरायल के करीब पहुंचा अमेरिकी युद्धपोत
अमेरिका खुलकर इजरायल का समर्थन कर रहा है। सिर्फ समर्थन ही नहीं, हथियार से लेकर लड़ाकू विमान तक इजरायल को भेज रहा है, ताकि इस बार हमास के आतंकियों का नामोनिशान मिटाया जा सके। इसके लिए अमेरिका ने अपने खतरनाक युद्धपोत यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड को भी इजरायल की सुरक्षा और सहायता के लिए तैनात कर दिया है।
यूएस सेंट्रल कमांड ने बुधवार को कहा, हमास के साथ इजरायल के संघर्ष के बीच अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पूर्वी भूमध्य सागर में पहुंचे। हालांकि अमेरिका ने इसे किसी भी क्षेत्रीय संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी मदद के रूप में भेजा है।
युद्धपोत गेराल्ड आर फोर्ड का काम क्या?
यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड, नौसेना का सबसे नया और सबसे उन्नत एयरक्राफ्ट कैरियर है। अपने लगभग 5000 नाविकों और युद्धक विमानों के डेक के साथ, यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड को ताकत दिखाने के लिए तैनात किया जा रहा है।
मतलब ये है कि एयरक्राफ्ट कैरियर किसी भी चीज का जवाब देने के लिए तैयार रहेगा, जिसमें संभवत अधिक हथियारों को हमास तक पहुंचने से रोकना और साथ ही समुद्र की निगरानी करना भी शामिल है।
एयरक्राफ्ट कैरियर की खासियत
विकसित सी स्पैरो मिसाइल से लैस
रोलिंग एयरफ्रेम मिसाइल भी लगी है
युद्धपोत में CIWS (क्लोज-इन वेपंस) सिस्टम
दो परमाणु रिएक्टर, चार शाफ्ट शामिल
गति: 30+ समुद्री मील (34.5+ मील प्रति घंटे)
फ्लाइट डेक की चौड़ाई: 256 फीट
ऊंचाई: 134 फीट
लंबाई: 1106 फीट
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अमेरिका ने और क्या भेजा?
अमेरिका ने युद्धपोत यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड (सीवीएन 78) के साथ जो मदद इजरायल को भेजी है, उसमें हमले और समर्थन विमानों के 8 स्क्वाड्रन और टिकोनडेरोगा क्लास गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस नॉर्मंडी (सीजी 60) भी शामिल हैं।
इसके अलावा अर्ले बर्क श्रेणी के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक यूएसएस थॉमस हडनर (डीडीजी 116), यूएसएस रामेज (डीडीजी 61), यूएसएस कार्नी (डीडीजी 64), और यूएसएस रूजवेल्ट (डीडीजी 80) भेजे हैं।
अमेरिका इस क्षेत्र में वायुसेना F-35, F-15, F-16 और A-10 लड़ाकू विमान स्क्वाड्रन बढ़ा रहा है।
हमास-इजरायल युद्ध
इस जंग की शुरुआत इजरायल पर गाजा की तरफ से दागे गए 5000 रॉकेट और फिर अनगिनत हमास आतंकियों की घुसपैठ के साथ हुई। इन आतंकियों ने इजरायल में कल्तेआम मचा रखा है। सैनिक, पुलिसकर्मी से लेकर आम लोगों को आतंकियों ने टारगेट किया है। इजरायल में आतंकियों के हमले में 1200 के करीब लोगों मारे जा चुके हैं और हजारों लोग जख्मी हो चुके हैं।
हमास आतंकियों को अब इजरायल करारा जवाब दे रहा है। हमास के खास ठिकाने गाजा को मलबे में लगभग बदला जा चुका है। बारी-बारी से आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया जा रहा है। इजरायल की तरफ से पिछले 4 दिन से एयरस्ट्राइक गाजा पर हो रही हैं, जिसमें 900 लोगों की मौत हो चुकी है।
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