Kargil War: 5 गोलियां लगीं फिर भी काट दी PAK मेजर की गर्दन, कौन हैं शूरवीर Digendra? | Pakistan Army
25 years Of Kargil War: 26 जुलाई 2024 को कारगिल युद्ध के 25 वर्ष पूरे हो जाएंगे... पाकिस्तान के खिलाफ करीब 60 दिनों तक चली जंग में यूं तो कई भारतीय नायक हुए, लेकिन आज बात करेंगे उस हीरो की जिसे भारतीय सेना का 'कोबरा' कहा जाता था... जी हां, हम बात कर रहे हैं कमांडो दिगेंद्र कुमार की... जिन्होंने 5 गोली खोली खाकर भी लड़ाई जारी रखी और पाकिस्तानी मेजर की गर्दन काट दी....कारगिल हीरो के नाम से विख्यात दिगेंद्र कुमार की कहानी किसी फिल्म के हीरो से कम नहीं है... कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने अपनी टीम के सहयोग से 48 पाकिस्तानी सैनिकों को मारकर ना सिर्फ देश को बड़ी कामयाबी दिलाई बल्कि पांच गोलियां लगने के बावजूद पाक मेजर की गर्दन काटते हुए 13 जून 1999 को तोलोलिंग की चोटी को फिर से फतह करते हुए वहां भारतीय तिरंगा शान से लहरा दिया....1999 आते-आते नायक दिगेंद्र कुमार उर्फ कोबरा सेना के बेहतरीन कमांडो में गिने जाने लगे थे, लेकिन इसी साल 13 जून को जो हुआ उसने जीते जी दिगेंद्र कुमार को अमर कर दिया... उन्होंने 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित तोलोलिंग की चोटी और पोस्ट जीता और उसपर तिरंगा फहराकर कारगिल युद्ध में भारत की पहली और महत्वपूर्ण जीत हासिल करवाई....इस युद्ध के दौरान कमांडो दिगेंद्र कुमार को 5 गोलियां लगी, लेकिन वो नहीं रुके और अपने लक्ष्य तक पहुंचकर ही दम लिया...जब तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल मलिक ने दिगेंद्र से उनका प्लान पूछा था तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा- ''सर अभी अटैक करना है। हमें रस्सा चाहिए ताकि हम उसे बांधकर तोलोलिंग के ऊपर पीछे से चढ़ सके। इसके बाद जनरल मलिक ने कहा कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा? जवाब में कमांडो दिगेंद्र कुमार ने कहा कि सर ये काम मैं करूंगा।