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पब्लिश्ड Jun 20, 2019 at 11:42 AM IST

सांसदों को देश की उपलब्धियां बता रहे थे राष्ट्रपति, फोन पर व्यस्त दिखे राहुल गांधी- VIDEO


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे हैं। लेकिन इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फोन पर व्यस्त दिखाई दिए। संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति कोविंद सांसदों को देश की उपलब्धियां गिनाते रहे, वहीं सोनिया गांधी के सामने बैठ कर राहुल गांधी फोन पर कुछ देखते नजर आए। 


इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश के 61 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है और भारत के लोकतंत्र का मान बढ़ाया है।

इस दौरान कोविंद ने कहा महात्मा गांधी की जयंती के 150वीं जयंती के बाद 17वीं लोकसभा के पहले सत्र को संबोधित करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है। वोट देने के लिए लोग भीषण गर्मी में भी कतारों में खड़े रहे। इस बार महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है और लगभग पुरुषों के बराबर रही है। इसके लिए सभी मतदाता बधाई के पात्र हैं।’’ 

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इस बार 78 महिला सांसदों का चुना जाना नए भारत के तस्वीर प्रस्तुत करता है. भारत की विविधताएं इस सत्र में दिख रही हैं क्योंकि इस बार कई क्षेत्रों से सदस्य चुनकर आए हैं. खेल, शिक्षा, वकालत, फिल्म, समाज सेवा हर क्षेत्र से आए लोग यहां मौजूद हैं। 

उन्होंने कहा  नये भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती जल संकट है. आज समय की मांग है कि देश को स्वस्‍छ भारत की तरह ही जल संकट के लिए गंभीर होना होगा। जल संरक्षण के लिए भारत सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है. इसके जरिए जल संबंधी समस्याओं को समाधान किया जाएगा। 


कोविंद ने कहा ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है. कृषि क्षेत्र की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए, आने वाले वर्षों में 25 लाख करोड़ रुपए का और निवेश किया जाएगा। 

उन्होंने कहा आज भारत मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया में दूसरे स्थान पर है. हमारे देश में प्रथम स्थान पाने की क्षमता है. इसीलिए सरकार, ‘ब्लू रिवोल्यूशन’ यानि ‘नीली क्रांति’ के लिए प्रतिबद्ध है. मछली पालन के समग्र विकास के लिए एक अलग विभाग गठित किया गया है। 

राष्ट्रपति ने कहा मेरी सरकार हर देशवासी का जीवन सुधारने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा ‘उज्ज्वला योजना’ द्वारा धुएं से मुक्ति, ‘मिशन इंद्रधनुष’ के माध्यम से टीकाकरण, ‘सौभाग्य’ योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन, इन सभी का सर्वाधिक लाभ ग्रामीण महिलाओं को मिला है। 

उन्होंने कहा  हमें अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाना ही होगा। नए ‘जलशक्ति मंत्रालय’ का गठन, इस दिशा में एक निर्णायक कदम है जिसके दूरगामी लाभ होंगे। इस नए मंत्रालय के माध्यम से जल संरक्षण एवं प्रबंधन से जुड़ी व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा ।

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