Doda Encounter : 'तिरंगे में लिपट कर आया मेरा बेटा' फूट-फूट कर रोने लगा पिता, 'खून का बदला खून'
जम्मू के डोडा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक कैप्टन समेत सेना के चार जवान शहीद हो गए। सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों के साथ ये मुठभेड़ हो रही थी। 4 जवानों में से दो जवान राजस्थान से थे जिनका नाम सिपाही अजय सिंह और बिजेंद्र सिंह है। अजय नरूका के पिता से जब रिपब्लिक भारत ने बात की तो उनका कहना था, मुझे मेरे बेटे की शहादत पर गर्व है, लेकिन आतंकी और आतंकियों का साथ देने वाले लोगों का सफाया होना जरूरी है. बेटे से चार दिन पहले बात हुई थी उसने कहा था मैं 18 जुलाई को घर आ रहा हूं, लेकिन सोचा नहीं था कि तिरंगे में लिपटकर बेटा आएगा. सरकार से उम्मीद है एयर स्ट्राइक करे, बदला ले. शहिद अजय के ताऊ का कहना है कि हम रिटायर्ड फौजी हैं सरकार हमें भी बुला सकती है हम भी लड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन दुश्मनों का खात्मा होना चाहिए हमने 1992 में कश्मीरी पंडितों को बेघर होते हुए देखा था उस वक्त हमने भी लोहा लिया था सरकार से उम्मीद है इन आतंकियों का खत्म करें वरना अब इनका टारगेट कश्मीर नहीं जम्मू है यह पहाड़ों से नीचे उतरकर दहशत फैलाना चाहते हैं सरकार को पक ले लेना चाहिए एयर स्ट्राइक करनी चाहिए मुंहतोड़ जवाब देकर के खून का बदला खून से लिया जाना चाहिए और इसके लिए अगर हमें रिटायर्ड फौजियों को भी देश की सेवा के लिए बुलाया जाएगा तो हम जाने के लिए तैयार हैं.