नूंह में हिंसा के बाद सुरक्षा बल लगातार इलाके में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। मार्च में पुलिस के साथ सेंट्रल फोर्स भी शामिल है। इसी बीच 31 जुलाई को नलहरेश्वर महादेव मंदिर पर हुए हमले का EXCLUSIVE वीडियो सामने आया है। वीडियो में फायरिंग की आवाज और डरे-सहमे लोग नजर आ रहे हैं। हालात कितने खराब थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिसकर्मियों ने छुपकर जान बचाई। खबर में आगे पढ़ें... मंदिर पर हमले का वीडियो आया सामने वीडियो में सुनाई दे रही फायरिंग की आवाज मंदिर पर दंगाईयों ने की फायरिंग और पत्थरबाजी वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंदिर के बाहर फायरिंग हो रही है। मंदिर के पास पहाड़ी से भी उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की। मंदिर में जलाभिषेक के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे हुए थे। इसी दौरान दंगाईयों ने फायरिंग और पत्थरबाजी शुरू कर दी। हजारों लोगों ने मंदिर में शरण ली। जिन्हें बाद में पुलिस ने रेस्क्यू किया। वीडियो में एक पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए कार पीछे छुपकर बैठा हुआ भी नजर आ रहा है। मंदिर में फंसे थे हजारों लोग हिंसा के दिन मंदिर में करीब 2500 लोगों ने शरण ली थी। नलहरेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने रिपब्लिक को बताया 'यह मंदिर पांडव कालीन है और करीब 5100 साल पुराना है। सोमवार को श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी हुई थी। अचानक से दोपहर के 2:00 बजे के बाद स्थिति खराब होने लगी। मंदिर से करीब ढाई किलोमीटर दूर पत्थरबाजी हो रही थी। स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होने लगी और गोलियां चलने लगी। लोग अपने घर जाना चाहते थे, लेकिन नहीं जा पाए। मंदिर का पूरा परिसर लोगों से भरा हुआ था। यहां सभी लोग डरे हुए थे।' अरावली पहाड़ी से हुई फायरिंग सामने आए वीडियो में गालियां चलने की आवाज आ रही है। मंदिर के पास ही अरावती की पहाड़ी है। वहां से मंदिर पर फायरिंग और पत्थरबाजी हो रही थी। पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि 'अरावली पहाड़ी से भी कुछ समय के लिए फायरिंग हुई थी। पहाड़ी से तीन-चार लोग फायरिंग कर रहे थे।' ये भी पढ़ें: 'नूंह की पहाड़ियों के बीच मंदिर में फंसे हजारों लोग, चलने लगी दनादन गोलियां...', पुजारी ने बताया फिर कैसे बची जान