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Published 21:36 IST, December 1st 2024

सिंधू और लक्ष्य का धमाका, दिग्गज खिलाड़ियों को धूल चटाकर जीता सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट

भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ियों पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन ने सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में अपना दबदबा दिखाया है। दोनों सिंगल्स खिताब अपने नाम किए हैं।

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pv sindhu ana lakshya sen won singles titles in syed modi international tournament
पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन का धमाका | Image: PTI

Badminton News: शीर्ष वरीय पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन ने रविवार को लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशलन बैडमिंटन टूर्नामेंट में दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए क्रमश: महिला और पुरुष एकल खिताब अपनी झोली में डाले।

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू (18वीं रैंकिंग) ने चीन की वू लुओ यू (119वीं रैंकिंग) को 21-14 21-16 से मात देकर तीसरी दफा इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया और लंबे समय से चले आ रहा खिताब का सूखा समाप्त किया। वो इससे पहले 2017 और 2022 में भी ट्रॉफी जीत चुकी हैं।

वहीं मेंस एकल फाइनल में 2021 विश्व चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए खिताबी भिड़ंत में सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह को 21-6, 21-7 से मात दी। 

पूर्व विश्व चैम्पियन 29 वर्ष की सिंधू ने दो साल बाद पोडियम पर शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उन्होंने आखिरी खिताब जुलाई 2022 में सिंगापुर ओपन में जीता था। इस साल वो मई में मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 के फाइनल में भी पहुंची।पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक के प्लेऑफ में मिली निराशाजनक हार के बाद लक्ष्य की जीत राहत देने वाली है। इस जीत से निश्चित रूप से नये सत्र से पहले उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।

सिंधू ने शुरुआत से ही किया आक्रमण

सिंधू दूसरे गेम में भी तेज शुरुआत करते हुए 3-0 से आगे हो ली, लेकिन वू ने जल्द ही स्कोर 10-10 से बराबर कर दिया। चीन की बाएं हाथ की खिलाड़ी ने सटीक ड्रॉप शॉट से सिंधू को परेशान किया और ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त हासिल कर ली। ब्रेक के बाद सिंधू ने वू को गलतियां करने पर मजबूर किया और एक तेज स्ट्रेट स्मैश और ‘बॉडीलाइन स्मैश’ की बदौलत 15-11 की बढ़त हासिल कर ली। फिर एक ताकतवर स्मैश से खिताब कब्जाने में सफल रहीं।

लक्ष्य का तेज तर्रार खेल

23 साल के लक्ष्य पहले गेम में 8-0 से आगे थे। उनके तेज तर्रार खेल से तेह को संघर्ष करना पड़ा और सिंगापुर के खिलाड़ी ने कई सहज गलतियां कीं। तेह को दो आक्रामक रिटर्न से कुछ अंक हासिल करने में मदद की, लेकिन लक्ष्य जल्द ही नियंत्रण बनाकर सात गेम प्वाइंट हासिल कर लिए। फिर भारतीय खिलाड़ी ने अगले 10 में से नौ प्वाइंट जीतकर स्कोर 1-0 कर दिया। दूसरे गेम में भी लक्ष्य ने यही रूख अख्तियार रखा और 10-1 से आगे हो गये। तेह को लक्ष्य की स्फूर्ति और सटीकता से परेशानी हो रही थी जिससे वह बैकफुट पर आ गये।

त्रीसा और गायत्री भी बनीं चैंपियन

भारतीय बैडमिंटन को दिन में जश्न मनाने का एक और मौका मिला जब त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी ने बाओ ली जिंग और ली कियान की चीन की जोड़ी को महज 40 मिनट में 21-18, 21-11 में हराकर अपना पहला सुपर 300 खिताब जीता। राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता जोड़ी के लिए ये जीत ऐतिहासिक है, क्योंकि त्रीसा और गायत्री इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला युगल जोड़ी बन गईं। यह जोड़ी 2022 चरण में उपविजेता रही थी।

तनीषा और ध्रुव भी जीते

भारत के पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साई प्रतीक की पुरुष युगल जोड़ी तथा तनीषा क्रास्टो और ध्रुव कपिला की मिश्रित युगल टीम ने अपना अभियान उप विजेता के तौर पर समाप्त किया। पृथ्वी और साइ ने 71 मिनट तक चले पुरुष युगल फाइनल में कड़ी चुनौती पेश की लेकिन उन्हें चीन के हुआंग डि और लियू यांग से 14-21, 21-19, 17-21 से हार का मुंह देखना पड़ा।

पांचवी वरीयता प्राप्त तनीषा और ध्रुव की जोड़ी एक गेम की बढ़त गंवाकर मिश्रित युगल के फाइनल में थाईलैंड के डेचापोल पुआवारानुक्रोह और सुपिसारा पाएवसम्प्रान की जोड़ी से 21-18 14-21 8-21 से पराजित हो गई। सिंधू पहले गेम में 8-5 से आगे थीं और वू की चुनौती के बावजूद 11-9 से दो अंकों की बढ़त हासिल करने में सफल रहीं। ब्रेक के बाद सिंधू ने 15-10 से बढ़त हासिल की। फिर रैलियों पर पकड़ बनाए रखी और आराम से पहला गेम जीत लिया।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Updated 21:36 IST, December 1st 2024