Published 18:23 IST, July 30th 2024
कौन हैं सरबजोत सिंह? जिन्होंने मनु भाकर के साथ जीता ब्रॉन्ज मेडल; कोच ने बताया सफलता का राज
मनु भाकर के साथ पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले युवा भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह के कोच की सफलता की कहानी बताई है।
Paris Olympics 2024: भारत के लिए आज मंगलवार को 2024 पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) से बड़ी खुशखबरी आई है। भारत ने पेरिस (Paris) में आज 2024 ओलंपिक खेलों (Olympics Games 2024) का दूसरा मेडल जीता है। युवा भारतीय निशानेबाजों मनु भाकर और सरबजोत सिंह (Sarabjot Singh) ने देश को ये पदक दिलाया है।
मनु भाकर के बारे में तो आप पिछले कुछ दिन सुन ही रहे हैं। पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में भारत के पदकों का खाता उन्होंने ही खोला था। मनु भाकर (Manu Bhaker) ने रविवार, 28 जुलाई को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और आज मंगलवार को उन्होंने 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत (Sarabjot) के साथ एक और ब्रॉन्ज जीता।
मनु भाकर और सरबजोत सिंह में काफी बातें समान हैं। दोनों 22 साल के हैं और दोनों हरियाणा से आते हैं। मनु भाकर फरीदाबाद तो वहीं सरबजोत अंबाला के रहने वाले हैं। मनु भाकर के बारे में तो आपने काफी कुछ सुन लिया होगा कि उनके पिता नेवी अफसर हैं और वो किस तरह यहां तक पहुंचीं, लेकिन हम आपको सरबजोत सिंह के बारे में बताने वाले हैं। सरबजोत सिंह कौन हैं, उन्होंने कहां से और किससे कोचिंग ली और उन्होंने ओलंपिक तक का सफर कैसे तय किया। सरबजोत के कोच ने उनकी सफलता की कहानी बताई है, जिसे सुनकर आप भी मोटिवेशन से भर जाएंगे।
अंबाला की एआर शूटिंग रेंज से कोचिंग लेने वाले सरबजोत सिंह के कोच गौरव सैनी ने कहा-
सरबजोत 2016 से हमारे साथ है और तब से ही मेहनत कर रहे था। सरबजोत का समर्पण और अनुशासन उनकी सफलता का सबसे बड़ा कारण है। सरबजोत ने बहुत मेहनत की है। हमारी शूटिंग रेंज सुबह 9.30 बजे खुलती है, लेकिन सरबजोत 9 बजे ही पहुंच जाता था। तभी से ही हमें लगा कि इसमें कुछ अलग बात है और ये बहुत आगे जाएगा। सरबजोत अपने खेल को लेकर काफी फोकस था। उसे शादी, जन्मदिन किसी फंक्शन के बारे में कुछ नहीं पता होता था। वो बस अपने खेल को प्यार करता था और पूरा समय देता था। 6-7 घंटे की ट्रेनिंग होती थी।
पेरिस में सरबजोत के साथ मौजूद उनके कोच अभिषेक राणा ने भी सरबजोत की इस कामयाबी को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्होंने पेरिस से रिपब्लिक भारत से बात करते हुए सरबजोत के मेडल जीतने को गर्व का क्षण बताया है। उन्होंने एक कोच के नाते वो बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि जो कमी पेशी रह गई, उसे अगले ओलंपिक में दूर करेंगे।
ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद सरबजोत ने क्या कहा? ये भी सुनिए।
Updated 18:23 IST, July 30th 2024