Published 19:20 IST, August 10th 2024
'मुझे ये डर है बस...', विनेश के मेडल पर फैसले से पहले नीरज चोपड़ा को किस बात की चिंता?
पेरिस ओलंपिक में भारत का अभियान समाप्त हो गया है, लेकिन अब भी सबकी नजरें विनेश पर टिकी हैं। उन्हें मेडल मिलेगा या नहीं, इसके फैसले से पहले नीरज का बयान आया है।
Paris Olympics 2024: 140 करोड़ देशवासियों के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) से भारत के लिए बड़ी खबर आने वाली है। दरअसल भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में दायर याचिका पर आज फैसला आने वाला है।
CAS की ओर से बयान जारी किया गया है, जिसके मुताबिक विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के मसले पर पेरिस के समयानुसार शाम 6 बजे तक फैसला सुनाया जाएगा। भारतीय समयानुसार करीब रात 10 बजे फैसला आएगा।
विनेश की अयोग्यता पर फैसला आने से पहले भारतीय स्टार जेवलिन थ्रोअर और पेरिस ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने बड़ा बयान दिया है। नीरज को एक बात की चिंता सता रही है। नीरज ने शनिवार को पेरिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनसे पूछा गया कि विनेश फोगाट को मेडल मिला तो क्या होगा और नहीं मिला तो क्या होगा। इस पर नीरज ने कहा-
हम सबको पता है कि मेडल मिलेगा तो बहुत अच्छा रहेगा। मेडल नहीं मिलेगा तो हम सबको पता है कि जो स्थिति बनी, अगर वो नहीं होती तो मेडल वैसे ही पक्का था। अगर मिलता है तो बहुत ही अच्छा है। नहीं मिलेगा तो हम सबको दिल से पता है, लेकिन पता नहीं मुझे ऐसा लगता है कि जब तक मेडल नहीं होता गले में वो एक चीज रह ही जाती है। लोग थोड़े दिन तक याद करते हैं बोलेंगे कि यू आर अवर चैंपियन, हमारे लिए आप चैंपियन हो, लेकिन मुझे लगता है कि जब तक वो पल न हो, हम पोडियम पर न हों तो लोग बहुत जल्दी भूल भी जाते हैं। मुझे ये डर है बस। अगर लोग नहीं भूलेंगे तो फिर फर्क नहीं पड़ता कि मेडल है या नहीं है। बस मैं लोगों से यही अपील करता हूं कि जो विनेश ने किया है अपने देश के लिए उसे न भूलें।
बता दें कि इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने बुधवार को महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल से पहले वजन ज्यादा होने का हवाला देते हुए विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को अयोग्य घोषित कर दिया था, जिसके बाद विनेश फाइनल से बाहर हो गईं थीं, लेकिन विनेश ने उन्हें अयोग्य करार देने के इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के फैसले को चुनौती दी थी। भारतीय पहलवान ने खेलों की अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में याचिका दायर की थी।
Updated 19:34 IST, August 10th 2024