sb.scorecardresearch

पब्लिश्ड 18:04 IST, August 11th 2024

पहले छुए पैर, फिर मां के गले लग खूब रोया पाकिस्तान का गोल्डन बॉय अरशद नदीम, रुला देगा ये VIDEO

अरशद नदीम ने पाकिस्तान को ओलंपिक में 32 साल बाद मेडल दिलाया है और वो भी गोल्ड। इस कामयाबी के बाद घर पहुंचे अरशद मां से गले लगे रो पड़े।

Reported by: DINESH BEDI
Follow: Google News Icon
  • share
gold medalist pakistan athlete arshad nadeem gets emotional after meet mother at home
मां से गले लग खोब रोया पाकिस्तान का स्टार जेवलिन थ्रोअर | Image: X

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ इतिहास रचने वाला पाकिस्तानी भाला फेंक खिलाड़ी (Javelin Thrower) अरशद नदीम (Arshad Nadeem) अपने घर पहुंच गया है। अरशद का पाकिस्तान में चैंपियन की तरह स्वागत किया गया है। 

सोशल मीडिया पर अरशद के स्वागत के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अरशद के ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने के बाद इस वक्त पाकिस्तान में क्या माहौल है।

सुबह के 3 बजे जब अरशद लाहौर एयरपोर्ट पहुंचे तो उनके चाहने वालों का हुजूम उमड़ा हुआ था। अरशद को लेकर ऐसी दीवानगी थी कि एयरपोर्ट खचाखच भरा हुआ था। 

अरशद के स्वागत के कई वीडियो सामने आए हैं, लेकिन उनके घर से जो वीडियो सामने आया है, उसने सबको इमोशनल कर दिया है। अरशद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियां चन्नू के रहने वाले हैं। रविवार को वो अपने घर पहुंचे तो यहां भी सपोर्ट्स का मजमा लगा हुआ था। सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे हुए थे, जिनके बीच से निकल कर अरशद अपनी मां से मिले। उन्होंने सबसे पहले अपनी मां के पांव छुए और फिर गले लग कर खोब रोए। 

बता दें कि 27 साल के अरशद नदीम ने 92.97 के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ 2024 पेरिस ओलंपिक में मेंस जेवलिन का गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 32 साल बाद ओलंपिक में मेडल जीता है, जबकि 40 साल बाद गोल्ड मेडल दिलाया है। पाकिस्तान ने आखिरी बार 1992 बार्सेलोना ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, जो हॉकी टीम ने दिलाया था। अरशद ने 3 दशक के लंबे वक्त के बाद ओलंपिक मेडल जीतकर और वो भी गोल्ड, पाकिस्तान को बड़ी खुशी दी है। उनकी इस कामयाबी के बाद उन्हें नाम और शोहरत भी मिल रही है। सरकारों और निजी संस्थाओं, यहां तक कि व्यक्तिगत तौर पर भी ईनाम मिल रहे हैं।

अरशद गांव-देहात में रहने वाले परिवार से तालुक रखते हैं। उनका परिवार एक साधारण परिवार है और उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए उनके पूरे गांववालों ने मदद की है। 

ये भी पढ़ें- सिल्वर के इंतजार के बीच विनेश को गोल्ड मेडल देने का ऐलान, पेरिस से मीलों दूर हरियाणा से आई बड़ी खबर

अपडेटेड 18:07 IST, August 11th 2024