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Published 23:10 IST, September 7th 2024

दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें और स्वर्ण का लक्ष्य रखें: मांडविया ने पैरालंपिक खिलाड़ियों से कहा

जब खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतते हैं तो वे न अपना बल्कि अपने कोच, माता-पिता और पूरे देश का नाम रोशन करते हैं: खेल मंत्री मनसुख मांडविया

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खेल मंत्री मनसुख मंडाविया | Image: x
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Paralympics 2024: खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि जब खिलाड़ी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतते हैं तो वे न केवल अपना बल्कि अपने सभी कोच, माता-पिता और पूरे देश का नाम रोशन करते हैं।

शनिवार तड़के पेरिस से यहां पहुंचे पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित समारोह के दौरान मांडविया ने कहा कि खिलाड़ियों को पेरिस की सफलता को आगे बढ़ाना चाहिए और अधिक गौरव हासिल करने का लक्ष्य रखना चाहिए।

खेल मंत्री ने पदक विजेताओं को नकद पुरस्कार राशि देते हुए कहा, ‘‘ जब आप खेलते हैं, तो आप न केवल अपने लिए सफलता हासिल करते हैं, बल्कि अपने सभी कोच, अपने माता-पिता और पूरे देश को भी गौरवान्वित करते हैं।’’ इस अवसर पर उपस्थित पैरालंपिक पदक विजेताओं में निशानेबाज अवनि लेखरा (स्वर्ण), मनीष नरवाल (रजत), रुबीना फ्रांसिस और मोना अग्रवाल (दोनों कांस्य) शामिल थे।

उन्होंने कहा, "पेरिस रवाना होने से पहले हमारे सभी 84 पैरा-एथलीटों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। कुछ पदक लेकर लौटे, और अन्य ने बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किया। आइए हम इन अनुभवों का फायदा उठाये और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ते रहें तथा हमेशा स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखे।’’ मांडविया ने खेल को राष्ट्रीय प्रगति की आधारशिला के रूप में विकसित करने की सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें आजादी के 100 साल पूरे होने पर 2047 तक ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए आगामी प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन जारी रखना चाहिए। सरकार सभी खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय-मानक प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगी और हमारे एथलीटों और कोच का समर्थन करना जारी रखेगी।’’ अवनि ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 स्पर्धा में 249.7 अंकों का पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीता और 2021 में तोक्यो में जीते अपने खिताब का भी बचाव किया।

इस अवसर पर पैरा तीरंदाज राकेश कुमार और पैरा एथलीट प्रणव सूरमा भी उपस्थित थे। राकेश ने मिश्रित टीम कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में शीतल देवी के साथ मिलकर कांस्य पदक जीता, जबकि प्रणव ने पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में रजत पदक जीता और हमवतन धरमबीर के साथ पोडियम साझा किया, जिन्होंने उसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। भारत ने पेरिस पैरालंपिक में अब तब 27 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और 12 कांस्य) जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत ने तोक्यो खेलों में 19 पदक जीते थे।

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