Published 20:21 IST, May 16th 2024
IPL में जूझ रहे मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के भाई को झटका, नहीं मिली जमानत
भारतीय अनुभवी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के भाई को बड़ा झटका लगा है। हार्दिक के सौतेले भाई को महाराष्ट्र की एक अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया है।
Hardik Pandya Cousin Bail Cancel: IPL के मौजूदा सीजन में जूझ रहे मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के भाई को बड़ा झटका लगा है। दरअसल मुंबई की एक अदालत ने धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के सौतेले भाई वैभव पांड्या को जमानत देने से इनकार कर दिया है।
पॉलिमर व्यवसाय में अपने भाइयों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने अप्रैल में 37 वर्षीय वैभव पांड्या को गिरफ्तार किया था। वैभव के खिलाफ आपराधिक साजिश, जालसाजी और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
क्यों खारिज की गई जमानत याचिका?
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एसबी शिंदे ने 10 मई को वैभव पांड्या की जमानत याचिका खारिज कर दी। विस्तृत आदेश बुधवार को उपलब्ध हुआ। कोर्ट ने कहा कि ये एक गंभीर आर्थिक अपराध है और इस मामले में शामिल राशि बहुत बड़ी है।
बता दें कि वैभव पर हार्दिक और क्रुणाल पांड्या से 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी करने का आरोप है। पुलिस ने अदालत को बताया कि क्रिकेटर बंधुओं ने अपने सौतेले भाई के साथ मिलकर मुंबई में एक साझेदारी फर्म की स्थापना की थी और 2021 में पॉलिमर बिजनस शुरू किया था। बिजनस साझेदारी की शर्तों के अनुसार दोनों भाइयों ने 40-40 प्रतिशत पूंजी का निवेश किया, जबकि वैभव ने 20 प्रतिशत का निवेश किया। पुलिस के मुताबिक ये फैसला लिया गया कि वैभव पांड्या व्यवसाय के रोजाना के कामकाज को संभालेंगे और मुनाफा इंवेस्टमेंट की राशि के हिसाब से बांटा जाएगा।
आरोप है कि वैभव ने क्रिकेटरों को बताए बिना उसी बिजनस में काम करने वाली एक और फर्म की स्थापना की और नया बिजनस शुरू कर लिया। इसके साथ ही वैभव ने बिजनस साझेदारी के समझौते का भी उल्लंघन किया। नई कंपनी के कारण मूल साझेदारी फर्म का मुनाफा कम हो गया और कंपनी को घाटा हुआ। आरोप है कि इस दौरान वैभव ने हार्दिक पांड्या और उनके भाई के फर्जी हस्ताक्षर कर अपना मुनाफा 20 से 33 फीसदी तक बढ़ाया।
Updated 20:25 IST, May 16th 2024