पब्लिश्ड 19:53 IST, April 2nd 2024
'…तो वर्ल्ड कप नहीं जीत पाता इंग्लैंड', ICC के पूर्व अंपायर ने 5 साल बाद मान ली ये बड़ी गलती
2019 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑनफील्ड अंपायर माराइस इरासमस से बहुत बड़ी गलती हुई थी। अगर ये न होता तो शायद इंग्लैंड वर्ल्ड कप न जीत पाता।
World Cup 2019 Final: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अंपायरों के एलीट पैनल से हाल में संन्यास लेने वाले माराइस इरासमस ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में बड़ी गलती करने की बात स्वीकार की है। दरअसल इंग्लैंड ने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर विवादास्पद अंदाज में फाइनल जीता था, लेकिन मैच में अंपायरिंग कर रहे माराइस इरासमस ने एक बड़ा खुलासा किया है। अगर ऐसा हो जाता तो इंग्लैंड वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन पाता।
अंपायर इरासमस ने मानी गलती
सुपर ओवर के बाद भी मुकाबला टाई रहने के बाद इंग्लैंड ने बाउंड्री काउंट नियम के आधार पर न्यूजीलैंड को हराकर अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था, जिस नियम को अब रद्द कर दिया गया है, हालांकि अगर ऑनफील्ड अंपायर इरासमस और कुमार धर्मसेना इंग्लैंड को 50वें ओवर में ओवरथ्रो के लिए 6 रन नहीं देते तो खेल निर्धारित समय में समाप्त हो सकता था। उस समय मेजबान टीम को 3 गेंदों पर 9 रन चाहिए थे। बाद में ये महसूस किया गया कि इंग्लैंड को सिर्फ 5 रन दिए जाने चाहिए थे, क्योंकि ओवर थ्रो होने तक बल्लेबाजों ने दूसरा रन लेते हुए एक दूसरे को पार नहीं किया था।
इरासमस ने एक इंग्लिश अखबार से बातचीत में कहा-
फाइनल के बाद अगली सुबह मैंने नाश्ता करने के लिए जाते हुए अपने होटल के कमरे का दरवाजा खोला और कुमार ने भी उसी समय अपना दरवाजा खोला और उन्होंने कहा, ‘क्या आपने देखा कि हमने एक बड़ी गलती की है?’ तभी मुझे इसके बारे में पता चला, लेकिन मैदान पर उस पल में, जैसा कि आप जानते हैं, हमने एक-दूसरे से सिर्फ इतना कहा, ‘6, 6, ये छह रन हैं।’ बिना ये महसूस किए कि उन्होंने एक दूसरे को पार नहीं किया है।
बता दें कि इरासमस ने 127 टेस्ट, 192 वनडे और 61 T20 में ऑनफील्ड अंपायर की भूमिका निभाई है। इस 60 वर्षीय अंपायर ने 5 साल पहले खेले गए 2019 वर्ल्ड कप फाइनल में एक और गलती स्वीकार की, जब उन्होंने मार्क वुड की गेंद पर रोस टेलर को LBW आउट करार दिया था।
टेलर को आउट देने पर क्या बोले?
साउथ अफ्रीका के इस पूर्व इंटरनेशनल अंपायर ने कहा-
गेंद काफी ऊपर लगी थी, लेकिन वो अपने रिव्यू खत्म कर चुके थे। पूरे सात हफ्तों में ये मेरी एकमात्र गलती थी और उसके बाद मैं बहुत निराश हुआ, क्योंकि अगर मैंने पूरे वर्ल्ड कप में कोई गलती नहीं की होती तो ये शानदार होता। इससे जाहिर तौर पर खेल पर थोड़ा असर पड़ा, क्योंकि वो उनके शीर्ष खिलाड़ियों में से एक था।
अपने लंबे अंपायरिंग करियर के दौरान न्यूजीलैंड ने इरासमस पर सबसे कम दबाव डाला, जबकि रिकी पोंटिंग और महेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ियों ने उन्हें और उनके सहयोगियों को डराने की कोशिश की थी। ये खुद इरासमस ने कहा है। उनके मुताबिक न्यूजीलैंड के खिलाड़ी हमेशा बहुत सम्मानजनक होते थे, जबकि जबकि पोंटिंग और जयवर्धने हमें डराने की कोशिश करते थे।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
अपडेटेड 19:53 IST, April 2nd 2024