अपडेटेड 7 January 2025 at 16:58 IST

लॉयड ने प्रस्तावित दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली की आलोचना की

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड ने कहा है कि तीन बड़े देशों के बीच अधिक श्रृंखलाओं के आयोजन के लिए दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली रखना एक बुरा विचार होगा। उन्होंने कहा कि यह वेस्टइंडीज और उन देशों के लिए बहुत हानिकारक होगा जिन्होंने टेस्ट खेलने का दर्जा पाने के लिए कड़ी मेहनत की है।

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Clive Lloyd
Clive Lloyd | Image: File Photo

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड ने कहा है कि तीन बड़े देशों के बीच अधिक श्रृंखलाओं के आयोजन के लिए दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली रखना एक बुरा विचार होगा। उन्होंने कहा कि यह वेस्टइंडीज और उन देशों के लिए बहुत हानिकारक होगा जिन्होंने टेस्ट खेलने का दर्जा पाने के लिए कड़ी मेहनत की है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड के सहयोग से इन तीन देशों के बीच अधिक श्रृंखलाओं के आयोजन के लिए दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली की संभावना तलाश रहा है। ‘द एज’ की खबर के अनुसार आईसीसी चेयरमैन जय शाह इस महीने के अंत में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और उनके इंग्लैंड के समकक्ष रिचर्ड थॉम्पसन से बारीकियों पर चर्चा करने के लिए मिलने वाले हैं।

‘त्रिनिदाद एवं टोबैगो गार्जियन’ ने लॉयड के हवाले से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह उन सभी देशों के लिए भयानक होगा जो टेस्ट खेलने का दर्जा पाने के लिए इतनी मेहनत करते हैं और अब वे निचले वर्ग में आपस में खेलेंगे।’’ आईसीसी के पूर्व चेयरमैन ग्रेग बार्कले के इस सुझाव पर निराशा व्यक्त करते हुए कि वेस्टइंडीज को भंग कर दिया जाना चाहिए और उन्हें अलग-अलग देशों के रूप में खेलना चाहिए, लॉयड ने कहा, ‘‘हमारा (वेस्टइंडीज का) एक शानदार इतिहास रहा है और अब आप हमें मौद्रिक स्थिति के कारण यह बताने जा रहे हैं (कि हमें भंग कर दिया जाना चाहिए)।’’

इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक लॉयड ने शीर्ष तीन देशों और बाकी के बीच प्रदर्शन में असमानता के लिए आईसीसी द्वारा धन के असमान वितरण को जिम्मेदार ठहराया। इस 80 ​​वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘आप कल्पना कर सकते हैं कि वे वेस्टइंडीज को खत्म करने की बात कर रहे हैं, यह सही तरीका नहीं है। सही तरीका यह है कि उन्हें (वेस्टइंडीज और अन्य टीमों को) उतना ही पैसा दिया जाए ताकि वे अपनी सुविधाओं में सुधार कर सकें, बेहतर प्रणाली स्थापित कर सकें ताकि वे अपने क्रिकेट में सुधार कर सकें।’’

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उन्होंने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र की भी आलोचना की और कहा कि यह ‘अच्छी तरह से संगठित’ नहीं है। डब्ल्यूटीसी चक्र दो वर्षों तक चलता है लेकिन इसमें सभी 12 टेस्ट खेलने वाले देश भाग नहीं लेते हैं। जिंबाब्वे, अफगानिस्तान और आयरलैंड को इसमें जगह नहीं मिली है जबकि शेष नौ टीम भी चक्र में एक-दूसरी सभी टीम के साथ नहीं खेलती। लॉयड ने कहा, ‘‘यह व्यवस्थित नहीं है क्योंकि अगर मैं टेस्ट टीम में हूं, तो मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूं ताकि मैं उस प्रणाली के लिए क्वालीफाई कर सकूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (आईसीसी और क्रिकेट बोर्ड) बैठकर एक ऐसी प्रणाली बनानी चाहिए जिसमें केवल टी20 क्रिकेट नहीं हो। लोग अब भी टेस्ट क्रिकेट देखना चाहते हैं और जब तक हम इसे सही नहीं कर लेते, हम सभी इस प्रणाली में रहेंगे।’’

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Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 7 January 2025 at 16:58 IST