'नजूल' पर सियासत गर्म है...गर्म भी ऐसी कि इसकी तपिश अपनों को ही अखर रही है...विपक्ष का काम है हर मुद्दे का विरोध करना लेकिन जब 'अपने' ही किसी फैसले को नकारने की कोशिश में लग जाते हैं तो लाजमी है सवाल उठेंगे ही 'नजूल' मुद्दे पर सियासत इसलिए हो रही है कि नजूल बिल को कैबिनेट से मंजूरी मिली, विधानसभा में पास हुआ लेकिन विधान परिषद में अटक गया। विपक्ष तो नजूल बिल को फिजूल बताएगा ही।  लेकिन सीएम योगी का मकसद है नजूल बिल के जरिए 'बड़ी मछलियों' पर शिकंजा कसना।  ऐसे में सवाल ये है कि नजूल बिल से विपक्ष इतना परेशान क्यों है? सवाल ये भी है कि योगी का 'ऑपरेशन नजूल', सही है या गलत ? सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या नजूल बिल से बीजेपी के अंदर क्यों विरोध हो रहा है?