संभल में हुई हिंसा को लेकर लगातार राजनीति जारी है, आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है और राजनीतिक दल एक दूसरे को कटघरे में भी खड़ा कर रहे हैं. घटना के दो दिन बाद भी राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही. भाजपा जहां समाजवादी पार्टी और उससे जुड़े हुए नेताओं को घटना के लिए कटघरे में खड़ा कर रही है तो वहीं समाजवादी पार्टी इसको प्रशासन और सरकार की साजिश करार दे रही है. संभल में जामा मस्जिद पर दोबारा सर्वे को लेकर हुए पर विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। सर्वे के दौरान नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी जिससे हालात बेकाबू हो गए। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए।