17वीं लोकसभा के लिए दूसरे चरण का चुनाव आज संपन्न हो गया और उसी के साथ तीसरे चरण के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी जान फूंकनी शुरू कर दी। उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट पर 7 मई को यहां के प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। जनादेश EVM में लॉक हो जाएगा।संभल हमेशा से हॉट सीट मानी जाती रही है। मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर इस बार चुनाव बेहद ही रोमांचक होने की उम्मीद है, क्योंकि जो भी कैंडिडेट यहां से जीतेगा, वो पहली बार संसद पहुंचेगा। सैनी, बर्क या शेखजादा.. ये तय है कि संभल लोकसभा सीट पर इन्हीं में कोई एक सिरमौर होगा। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक संभल में 2024 का चुनाव 2014 के चुनावी संग्राम की तरह दिख रहा है। क्योंकि वहां 2014 के चुनाव में भी ठीक इसी तरह का तानाबाना बुना गया था और इसका फायदा बीजेपी को मिला था। हालांकि इसके बावजूद इस बार बीजेपी के लिए राह इतनी आसान नहीं है, क्योंकि यहां हार-जीत का आधार जातीय समीकरण ज्यादा माना जा रहा है।  आधे से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले संभल में BJP और सपा के बीच कड़ा मुकाबला है। अगर BSP उम्मीदवार मुस्लिम वोटों में तगड़ी सेंध लगा गए और उनका परंपरागत दलित वोटर भी उन्हें पूरी शिद्दत से वोट कर गया, तो उनके कच्चे समीकरण को पक्का होते देर नहीं लगेगी।