देश की राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमा से सटे बागपत की धरती पर राजनीति हमेशा से खास रही है। इसी ऐतिहासिक धरती ने देश को चौधरी चरण सिंह जैसे प्रधानमंत्री दिए। वो पीएम, जिनके आदर्शों पर चलने का तमाम राजनीतिक पार्टियां दावा करती हैं। बीजेपी हो, सपा, बसपा, RLD या फिर कांग्रेस, सभी चौधरी साहब को किसान मसीहा के रूप में पूजते हैं। उनके नाम पर वोट बटोरने की कोशिश में जुटे रहते हैं। ऐसा ही दांव इस बार बीजेपी ने चला। बीजेपी ने चौधरी चरण सिंह को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। चौधरी चरण को भारत रत्न देने का ऐलान करते हुए RLD प्रमुख जयंत चौधरी की दूरियां INDI गठबंधन से बढ़ती चली गईं और BJP से नजदीकियां। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट बाहुल्य इस क्षेत्र में गांवों की बैठकों में हुक्कों में सियासी गुड़गुड़ाहट हो रही है। गठबंधन की धमक दिखाने के अरमान अंगड़ाई ले रहे हैं। और इसी बीच मिशन-80 का टारगेट लिए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं। बागपत लोकसभा सीट से NDA प्रत्याशी राज कुमार सांगवान के लिए जनता से वोट की अपील कर रहे हैं। योगी ने आज बागपत की धरती से हुंकार भरी और कांग्रेस के घोषणा पत्र पर सवाल उठाए।