लोकसभा का चुनाव अब पूर्वांचल पहुंच चुका है। पूर्वांचल पिछले 2 चुनाव से बीजेपी का गढ़ बना हुआ है। गाजीपुर सीट भी पूर्वांचल का हिस्सा है। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की सीट रही गाजीपुर से इस बार पारसनाथ राय बीजेपी के प्रत्याशी हैं। पारसनाथ को मनोज सिन्हा का बेहद करीबी माना जाता है। पारसनाथ राय स्वच्छ छवि के व्यक्ति हैं। संघ से जुड़ी हुए हैं, इसी वजह से बीजेपी ने माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के सामने साफ छवि के पारसनाथ राय को मैदान में उतारा है। हालांकि पांच में चार विधानसभा क्षेत्रों पर सपा का कब्जा होने से ये चुनावी जंग अफजाल अंसारी को मजबूत बना सकती है।इस सीट को अपने खाते में डालने के लिए चाहे बीजेपी हो या सपा, या फिर बीजेपी, सबने जान फूंकी हुई है। 1 जून को मतदान से पहले बीजेपी और विपक्षी दलों के नेता ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ भी लगातार सपा पर जमकर हमला बोल रहे हैं।बाइट- योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपीजब आप लोग 400 पार की बात बोलते हैं तो समाजवादी पार्टी के लोगों को चक्कर आने लगते हैं. चक्कर इसलिए भी आता है क्यूंकि जो इनके शागिर्द थे प्रयागराज और गाजीपुर वाले वे सब मिट्टी में मिल गए हैं. इसलिए इनको चक्कर आने लगते हैं, अभी इनका यह हाल है अगर 400 पार होगा तो पता नहीं इनका क्या हाल होगा.एक तरफ योगी हैं जो अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश और माफिया को मिट्टी में मिलाने का संकल्प लिए मिशन-80 को पूरा करने में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव हैं, जो मुख्तार के परिवार से मिलकर शोक जताते हैं।