गोमती नदी के किनारे बसा नवाबों का ये शहर, लखनऊ ना सिर्फ प्रदेश की राजनीति का केंद्र रहा है बल्कि एक समय ये क्षेत्र देश की सबसे हाई प्रोफाइल संसदीय सीट हुआ करती थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का ये संसदीय क्षेत्र रहा है और वो यहां से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं। लखनऊ सीट की अपनी अलग ही खासियत हैं। लखनऊ सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ है, जहां विपक्ष के लिए सेंधमारी करना इतना आसान नहीं है।  गठबंधन के तहत यहां 'साइकिल' रफ्तार भरने की कोशिश कर रही है। इस सीट पर कांग्रेस को 40 साल पहले आखिरी बार जीत मिली थी। इस समीकरण को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी ने राजनाथ सिंह से मुकाबले में अपने विधायक रविदास मेहरोत्रा को टिकट दिया है। बीजेपी यहां क्षत्रीयों के साथ कायस्थ, वैश्य और सिख समाज को साध रही है। हैट्रिक लगाने के लिए राजनाथ सिंह यहां से तीसरी बार मैदान में हैं। नामांकन के वक्त उनके पावर शो में उमड़ी भीड़ ने ही विरोधियों को हैरान कर दिया था।