वाराणसी, बनारस, काशी। कोई भी नाम ले लीजिये, मतलब एक ही है- घाटों का शहर। लेकिन 2014 के बाद से बनारस न सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि राजनीतिक रूप से भी बहुत अहम हो गया है। वजह यहां से सांसद- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। यही कारण है कि सबकी निगाहें इसी सीट पर टिकी हैं।24 का लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 1 जून को जिन क्षेत्रों में चुनाव होना है, उनमें पीएम मोदी की वाराणसी सीट भी है। माना जा रहा है कि यहां नरेंद्र मोदी का मुकाबला नरेंद्र मोदी से ही है। मतलब ये कि वाराणसी सीट पर मुकाबला एकतरफा है। फिर भी बीजेपी और विपक्षी दल जी-जान से यहां बैटिंग कर रहे हैं। बीजेपी के दिग्गज नेता इस कोशिश में जुटे हैं कि मोदी की जीत इस बार रिकॉर्ड मार्जिन से हो। सबका सारा जोर नरेंद्र मोदी की जीत का अंतर सबसे बड़ा करने पर है। इस बार बीजेपी ने काशी से पीएम मोदी के 10 लाख से ज्यादा वोटों से जीतने का नारा दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद काशी में मोर्चा संभाला है और वो लगातार कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय पर हमला कर रहे हैं।